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वेशर्मीः जिन वार्ड पार्षदों ने लाया अविश्वास, वे उपाध्यक्ष संग गंगटोक, भूटान, थीम्फु जैसे ठंढे प्रदेशो में उठा रहे हैं पहाड़ी लुत्फ

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“अविश्वास के बहाने नगर के जनप्रतिनिधि जमकर ठंढे प्रदेशों में आनंद ले रहे है और सेल्फी के साथ हसीन पलों को सोशल मीडिया पर वायरल भी कर रहे हैं…..”

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नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। यूँ तो जनप्रतिनिधियों पर विभिन्न आरोप लगाकर लोग अविश्वास प्रस्ताव लाते है और कोशिश होती है कि उन्हें पद से हटाया जाए, लेकिन नालंदा जिले के राजगीर नगर पंचायत में इस बार कुछ उल्टा ही देखने को मिल रहा है।

वार्ड 6 सावित्री देवी के पुत्र प्रियरंजन मोदी जो अपने को पार्षद प्रतिनिधि कहते है, दो भूटानी युवतियों के बीच मे खड़े होकर अपने फेसबुक पर लिखते हैं, नसीब अपना अपना। जिस पर सोशल मीडिया से जुड़े लोग कड़ी प्रतिक्रिया भी व्यक्त कर रहे हैं।

राजगीर नगर के उपाध्यक्ष पिंकी देवी के खिलाफ अनैतिक कार्य, दायित्व के निर्वहन में अक्षम, गन्दी राजनीति फैलाना, कार्यालय में मनमानी का आरोप लगा नगर के सात वार्ड पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाते है ।

वार्ड पार्षद अनिल कुमार वार्ड4,रमेश कुमार राजवंशी वार्ड2,ज्योति देवी वार्ड13,सावित्री देवी वार्ड6, बिरजू कुमार वार्ड3, उमेश रजक वार्ड14, पंकज कुमार वार्ड 1 द्वारा आरोपो की झड़ी लगा अविश्वास का आवेदन नगर के कार्यपालक पदाधिकारी को देते हैं।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा 19 जून को होनी है। लेकिन जिन वार्ड पार्षद ने उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास लाया, वहीं वार्ड पार्षद उपाध्यक्ष के साथ गंगटोक, भूटान, थीम्फु जैसे ठंढे प्रदेशो में पहाड़ी लुत्फ ले रहे हैं।

साफ है कि ये सभी नगरपालिका संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं और हार्स ट्रेडिंग के तहत अभियान में लगे हुए है।

अविश्वास लाकर पुरुष जनप्रतिनिधि अपनी पत्नी के साथ और महिला जनप्रतिनिधि अपने पति के साथ ठंढी हवाओ का आनंद ले रहे है। भले ही नगर की जनता पानी और गर्मी के भीषण चपेट में ही क्यों न तड़पता रहे।

नगर पंचायत के सूत्रों के अनुसार उपाध्यक्ष अपने ही गुट के पार्षदों द्वारा अविश्वास लाये है, क्योंकि अविश्वास गिर जाने के बाद अगले दो साल तक इन पर अविश्वास नही आएगा।

बहरहाल मामला चाहे भी जो हो। नगरपालिका अधिनियम की धज्जियां उड़ाकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर इस तरह के अभियान से सत्ता पर तो काबिज रहा जा सकता है।

लेकिन इस जल संकट के समय मे नगर के जनप्रतिनिधियों का पहाड़ी मौज जनता को रास आएगी या नही यह समय बताएगा।

 

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