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अब बिहारशरीफ में मजबूत होगी CCTV निगरानी, डेडिकेटेड फीडर की तैयारी

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ नगर में अपराध नियंत्रण और सार्वजनिक गतिविधियों की निगरानी को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर में लगाए गए 496 सीसीटीवी (CCTV) कैमरों को अब 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए डेडिकेटेड फीडर स्थापित किया जा रहा है।

इस नई व्यवस्था से बिजली कटौती के दौरान भी कैमरे सुचारु रूप से काम करेंगे, जिससे जेनरेटर पर निर्भरता खत्म होगी और संचालन लागत में भी कमी आएगी।

वर्तमान में बिजली कटौती के कारण कई सीसीटीवी कैमरे बंद हो जाते हैं, खासकर पर्व-त्योहार जैसे संवेदनशील अवसरों पर, जिससे निगरानी व्यवस्था प्रभावित होती है। जेनरेटर के उपयोग से न केवल अतिरिक्त खर्च बढ़ता है, बल्कि तकनीकी बाधाएं भी उत्पन्न होती हैं। नई डेडिकेटेड फीडर प्रणाली के लागू होने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी।

बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी परियोजना के प्रबंध निदेशक (एमडी) दीपक मिश्रा ने बताया कि इस परियोजना की जिम्मेदारी साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) को सौंपी गई है। यह फीडर सीधे ऊपरी मुख्य बिजली लाइन से जुड़ा होगा। जिससे स्थानीय ग्रिड में बाधा होने पर भी कैमरों को बिजली मिलती रहेगी। केवल मुख्य आपूर्ति लाइन में गंभीर खराबी की स्थिति में ही संचालन प्रभावित हो सकता है।

इस परियोजना के तहत शहर के 141 स्थानों पर लगे 496 सीसीटीवी कैमरों को बिजली आपूर्ति के लिए 122 किलोमीटर लंबा तार बिछाया जाएगा। इसमें 57 किलोमीटर हाई टेंशन और 65 किलोमीटर लो टेंशन (440 वोल्ट) तार शामिल होंगे।

इसके लिए 20 स्थानों पर ट्रांसफॉर्मर स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें देवीसराय और बड़ी पहाड़ी के दो मुख्य पावर स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। तकनीकी अधिकारी केदारसेन पात्रा ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर स्थापना के लिए स्थानों की पहचान का कार्य चल रहा है। इस परियोजना की कुल लागत 13.68 करोड़ रुपये अनुमानित है और इसका संपूर्ण क्रियान्वयन एसबीपीडीसीएल द्वारा किया जाएगा।

स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत स्थापित 496 कैमरों में 54 पीटीजेड (पैन-टिल्ट-जूम) और 442 फिक्स्ड कैमरे शामिल हैं। पीटीजेड कैमरे 360 डिग्री घूमकर अपने चारों ओर की गतिविधियों पर नजर रखते हैं, जो निगरानी को और प्रभावी बनाते हैं।

वर्तमान में कुछ कैमरे तकनीकी कारणों से बंद हैं। लेकिन इन्हें जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा। ताकि डेडिकेटेड फीडर चालू होने पर सभी कैमरे सुचारु रूप से कार्य कर सकें।

इस नई व्यवस्था से पुलिस और प्रशासन को 24 घंटे लाइव फुटेज उपलब्ध होगा। इससे संदिग्ध गतिविधियों और आपराधिक घटनाओं की त्वरित पहचान और कार्रवाई संभव होगी।

बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी परियोजना के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में करीब एक वर्ष पूर्व इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी और अब इसे धरातल पर उतारा जा रहा है। इस परियोजना के पूर्ण होने से बिहारशरीफ में अपराध नियंत्रण और सार्वजनिक सुरक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम जुड़ेगा।

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