“रामजतन शर्मा को गहरे तौर पर प्रभावित किया था और वे सरकारी नौकरी छोड़कर इस आंदोलन के हिस्सेदार बन गये। 80 के दशक में तत्कालीन मध्य बिहार के क्रांतिकारी किसान आंदोलन के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी…
चंडी (नालंदा दर्पण)। भाकपा माले के पहली पंक्ति के वरिष्ठ नेता और पार्टी के मुखपत्र लोकयुद्ध के पूर्व संपादक रामजतन शर्मा के निधन पर नेताओं ने उनके सम्मान में पार्टी का झंडा झुकाया। नेताओं ने नम आंखों से उन्हें पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि अर्पित किया।
चण्डी में भाकपा माले ने अपने मार्क्सवादी शिक्षक नेता के निधन पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।इस मौके पर भाकपा माले के युवा संगठन इंकलाबी नौजवान सभा नालंदा के जिलाध्यक्ष सह राज्परिषद सदस्य कॉमरेड विरेश कुमार ने कहा कि 80 वर्षीय कॉमरेड शर्मा का जाना पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति हुई है।
वे हमेशा खुश दिखने वाले,पार्टी के प्रति अटूट निष्ठा और कॉमरेडों के प्रति स्नेहिल और बरावरी का वर्ताव रखने वाले कॉमरेड शर्मा जी का न होना पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी कॉमरेडों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे और पार्टी के प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे।
श्री कुमार ने कहा कि हमारे कॉमरेड शर्मा 70 के दशक में नक्सलबाड़ी के आंदोलन से प्रेरित बिहार के ग्रामांचलों में आरंभ हुए दलित गरीबों के राजनीति सामाजिक आंदोलन ने रामजतन शर्मा को गहरे तौर पर प्रभावित किया था और वे सरकारी नौकरी छोड़कर इस आंदोलन के हिस्सेदार बन गये। 80 के दशक में तत्कालीन मध्य बिहार के क्रांतिकारी किसान आंदोलन के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी ।
गौरतलब रहे कि उत्तर प्रदेश, बिहार, और झारखंड राज्य कमेटियों के पूर्व सचिव,सेंट्रल कमेटी व पोलित ब्यूरो के पूर्व सदस्य,कंट्रोल कमीशन के पू्र्व चेयरमैन(चेयरपर्सन) , छत्तीसगढ़ के पू्र्व पार्टी प्रभारी,पार्टी के हिन्दी मुखपत्र लोकयुद्ध के पू्र्व संपादक भाकपा माले वरिष्ठ नेता कॉमरेड रामजतन शर्मा का निधन हृदयाघात से 06 जून को पटना के पीएमसीएच में हो गया था।