नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिला में द्वितीय चरण में 49 उच्च स्कूलों में आइसीटी लैब का निर्माण कराया जायेगा। इसके लिए जिले के सभी 20 प्रखंडों में मौजूद माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों का चयन विभाग के द्वारा कर लिया गया है।
बता दें कि आइसीटी लैब एक डिजिटल लाइब्रेरी है, जिसे स्कूलों में प्रौद्योगिकी के उपयोग को सीमित करने वाली बुनियादी ढांचागत और मनोवैज्ञानिक बाधा को खत्म करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें एक्सेसरीज के साथ एंड्रॉयड टेबलेट, लैपटॉप, नोटबुक तथा चार्जिंग ट्रॉली आदि शामिल होते हैं। इसका उपयोग स्टोरेज रैक के रूप में किया जाता है।
आईसीटी का मतलब सूचना और संचार प्रौद्योगिकी से है। पिछले कुछ वर्षों में दृश्य, ध्वनि प्रभाव और एनिमेशन के माध्यम से छात्रों की पढ़ाई में वास्तविक रुचि पैदा करने के लिए कक्षाओं में इस प्रौद्योगिकी की शुरुआत की गयी है।
जिले के माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित हो जाने से वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की डिजिटल दुनिया से सीधा संपर्क बनेगा और बच्चे क्लास में बैठकर ही देश दुनिया से जुड़कर अपना ज्ञानवर्धन कर सकते हैं।
विशेष रूप से बच्चों को किसी विषय वस्तु से संबंधित गहरी जानकारी प्राप्त करने तथा नई-नई तकनीक को समझने में सुविधा होगी। छात्र असाइनमेंट पूरा करने, अनुसंधान करने और नए कौशल सीखने के लिए प्रयोगशाला में कंप्यूटर और अन्य प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं।
नवीनतम तकनीक और सॉफ्टवेयर के साथ व्यावहारिक अनुभव छात्रों को प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर के क्षेत्र में अपनी पूरी क्षमता हासिल करने में मदद कर सकता है। यहां द्वितीय चरण में जिले के 149 स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। शीघ्र ही इसके निर्माण का कार्य स्कूलों में शुरू किया जाएगा।
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