बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला प्रशासन रामनवमीं शोभा यात्रा को लेकर स्पष्ट किया है कि जिला प्रशासन द्वारा ऐसा कोई भी दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है, जो पूर्व से नहीं चला आ रहा है और जो अन्य जिलों में लागू नहीं है।
दरअसल जिला प्रशासन को यह बात संज्ञान में आयी है कि एक संगठन विशेष द्वारा रामनवमीं की शोभा यात्रा को स्थगित करने का भ्रामक प्रेस विज्ञप्ति दी गयी है, जिसमें जिला प्रशासन के दिशा-निर्देश (गाईड लाईन) का हवाला दिया गया है और लिखा गया है कि इसका अनुपालन संभव नहीं है।
इस संबंध में जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि संबंधित संगठनों के साथ बैठक करके उनसे अनुरोध किया था कि जुलूस निकालने के पहले पर्याप्त संख्या में वोलेंटियार का नाम, उनका पहचान पत्र दें, जुलूस की अनुज्ञप्ति ऐसे ही व्यक्ति लें जो पूर्व से दागी नहीं रहे हैं। इन शर्तों का अनुपालन करते हुए अभी तक जिले में कुल 7 अनुज्ञप्ति रामनवमी शोभा यात्रा के लिए ली जा चुकी है।
पूर्व में भी मुहर्रम एवं अन्य पर्व-त्योहार में यही दिशा-निर्देश दिय गये थे। इस प्रकार के कार्यकम हेतु वोलेंटियर्स का नाम लेना, बेदाग छवि वाले लोगों को अनुज्ञप्ति निर्गत करना और हथियार/अस्त्र-शस्त्र पर पाबंदी लगाना, इस तरह का दिशा-निर्देश शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु निर्गत किये जाते हैं। इससे सुनिश्चित होता है कि शोभा यात्रा धर्म एवं आस्था से ओत प्रोत रहे तथा इसमें हुड़दगी तत्वों का जमावड़ा न हो।
जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में भी सभी लोगों/सदस्यों ने उक्त निर्देश/सुझाव का समर्थन किया था। उक्त दिशा-निर्देशों के तहत लगातार अनुज्ञप्ति निर्गत किये जा रहे हैं। अगर कोई संगठन शोभा यात्रा नहीं निकालते हैं, तो यह उनका अपना निर्णय है, परंतु इसमें शर्तों एवं नियमों पर आक्षेप लगाना भ्रम की स्थिति पैदा करता है।
जिला प्रशासन का कहना है कि उक्त प्रेस विज्ञप्ति में कुछ अन्य भ्रामक तथ्य भी लिखे गये हैं जो सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाले हैं।
उक्त प्रेस विज्ञप्ति में लिखी बातों की जांच अनुमंडल पदाधिकारी बिहारशरीफ एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिहारशरीफ द्वारा की जा रही है, असामाजिक तत्वों द्वारा गलत अफवाह फैलाने वाले/भ्रम फैलाने वाले तथा सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाले के विरूद्ध जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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