राजगीर में पहली बार होगा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह, 400 शिक्षक होंगे सम्मानित

राजगीर (नालंदा दर्पण)। शिक्षक दिवस से ठीक तीन दिन पहले राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आईसीसी) में एक भव्य उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन होने जा रहा है। इस समारोह में नालंदा और नवादा जिले के लगभग 400 शिक्षकों और शिक्षिकाओं को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। सम्मान के रूप में उन्हें प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो और अंगवस्त्र प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम की जानकारी राजगीर के राजगृह अतिथि गृह में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में दी गई।
इस समारोह के मुख्य अतिथि विधान पार्षद एवं विधान परिषद के प्रश्न एवं ध्यान आकर्षण समिति के अध्यक्ष प्रो. नवल किशोर यादव होंगे। उनके हाथों नालंदा और नवादा जिले के उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए प्रो. यादव ने हाल ही में आरआईसीसी का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
प्रो. यादव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सम्मान समारोह अब तक बिहार की राजधानी पटना में आयोजित होता रहा है। पहली बार इसे राजधानी से बाहर, ऐतिहासिक नगरी राजगीर में आयोजित किया जा रहा है। यह शिक्षा जगत के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगा।
इस समारोह में नालंदा और नवादा जिले के नियोजित शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक, संस्कृत शिक्षक, मदरसा शिक्षक, वित्त रहित और अनुदानित विद्यालयों के शिक्षक के साथ माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों के प्राचार्य और शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। विशेष रूप से अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों और प्राचार्यों को भी उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
इस आयोजन में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े शिक्षकों को एक मंच पर लाकर उनके योगदान को सराहा जाएगा, जो शिक्षा के क्षेत्र में एकता और प्रेरणा का संदेश देगा।
प्रो. नवल किशोर यादव ने अपने संबोधन में शिक्षकों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षकों का योगदान समाज और राष्ट्र निर्माण में सर्वोपरि है। वे न केवल ज्ञान का प्रसार करते हैं, बल्कि समाज को नई दिशा और भविष्य के लिए तैयार करते हैं। इस सम्मान समारोह का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को प्रेरित करना और उनके कार्यों को समाज के सामने लाना है।
उन्होंने आगे कहा कि 400 से अधिक शिक्षकों का यह सामूहिक सम्मान न केवल उनके लिए गर्व का क्षण होगा, बल्कि यह शिक्षा जगत को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगा। यह आयोजन शिक्षकों के प्रति समाज की कृतज्ञता को व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर होगा।
प्रो. यादव ने बताया कि राजगीर में इस आयोजन का विशेष महत्व है, क्योंकि यह नगरी शिक्षा और संस्कृति का प्रतीक रही है। इस समारोह के माध्यम से नालंदा और नवादा के शिक्षकों को न केवल सम्मानित किया जाएगा, बल्कि इस क्षेत्र की शैक्षणिक विरासत को भी पुनर्जनन मिलेगा।
फिलहाल समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आरआईसीसी में आयोजन स्थल को भव्य रूप देने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। प्रो. यादव ने बताया कि यह समारोह न केवल शिक्षकों के लिए, बल्कि पूरे शिक्षा समुदाय के लिए एक प्रेरणादायक अवसर होगा। इस आयोजन में शामिल होने वाले सभी शिक्षकों को निमंत्रण पत्र भेजे जा चुके हैं।









