
नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार के सीतामढ़ी जिले में माता सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम में बनने वाला श्री जानकी जन्मभूमि मंदिर अपनी भव्यता और आध्यात्मिकता के साथ एक नया इतिहास रचने को तैयार है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने एक्स हैंडल पर इस मंदिर के भव्य डिजाइन की तस्वीरें साझा कीं, जो नोएडा की प्रतिष्ठित फर्म मेसर्स डिजाइन एसोसिएट्स इनकॉरपोरेटेड द्वारा तैयार किया गया है। यह वही फर्म है, जिसने अयोध्या के श्रीराम मंदिर के मास्टर प्लान और वास्तुकला में अपनी विशेषज्ञता का परिचय दिया था।

मंदिर का डिजाइन पारंपरिक और आधुनिक वास्तुकला का सुंदर समावेश प्रस्तुत करता है, जो इसे एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। मंदिर परिसर की कई प्रमुख विशेषताएं होगी।

सीता वाटिका और लव-कुश वाटिका: भक्तों के लिए शांत और आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करने वाली ये वाटिकाएं मंदिर की सुंदरता को और बढ़ाएंगी।
कालमयुक्त कोलोनेड परिक्रमा पथ: मंदिर की परिक्रमा के लिए एक सुंदर और सुगम मार्ग, जो श्रद्धालुओं को माता सीता के प्रति अपनी भक्ति अर्पित करने का अवसर देगा।

थ्रीडी एनिमेशन शो और डिस्प्ले कियोस्क: माता सीता की कथा को आधुनिक तकनीक के माध्यम से जीवंत करने के लिए विशेष व्यवस्था।
कैफेटेरिया और बच्चों के लिए खेल क्षेत्र: पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में आधुनिक सुविधाएं।

थीम आधारित प्रवेश द्वार और विशाल पार्किंग क्षेत्र: मंदिर की भव्यता को और बढ़ाने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए प्रवेश द्वार और पार्किंग की व्यवस्था।
लैंडस्केपिंग और भित्ति चित्र: मंदिर परिसर को सौंदर्यपूर्ण और आकर्षक बनाने के लिए हरे-भरे लैंडस्केप और मनमोहक भित्ति चित्र।

मंदिर के निर्माण और इसके आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए बिहार सरकार ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं। मंदिर परिसर के लिए 50.5 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिसके लिए 120.58 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसके अतिरिक्त मंदिर क्षेत्र के समग्र विकास के लिए 72 करोड़ रुपये और पर्यटकीय सुविधाओं के लिए 67.39 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की गई है।

यह परियोजना रामायण सर्किट के तहत प्राथमिकता पर है, जिसका उद्देश्य अयोध्या और सीतामढ़ी के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध को और मजबूत करना है। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और सीतामढ़ी-शिवहर-मोतिहारी रेल लाइन में पुनौराधाम स्टेशन का निर्माण भी प्रस्तावित है, जिससे श्रद्धालुओं को दोनों तीर्थ स्थलों की यात्रा में सुविधा होगी।

बता दें कि पुनौराधाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, त्रेता युग में राजा जनक के खेत जोतने के दौरान माता सीता यहीं धरती से प्रकट हुई थीं। यह स्थल हिंदू धर्मावलंबियों के लिए अत्यंत पवित्र है और हर साल हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं, विशेषकर नवरात्रि और रामनवमी के दौरान। इस मंदिर के निर्माण से पुनौराधाम का धार्मिक महत्व और भी बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बयान में कहा है कि पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात है। हम इस परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए कृतसंकल्पित हैं।

पर्यटन विभाग का मानना है कि पुनौराधाम का विकास न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देगा। मंदिर के निर्माण और पर्यटकीय सुविधाओं के विकास से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। यह परियोजना सीतामढ़ी को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगी।
