बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर ग्रीष्मावकाश की छुट्टियों का उपयोग शिक्षकों को प्रशिक्षण देने में किया जा रहा है।
एक तरफ नालंदा जिले के सरकारी विद्यालयों में कमजोर बच्चों के लिए दक्ष तथा विशेष कक्षाओं का प्रातः कालीन संचालन किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ शिक्षकों को आवासीय प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है।
इस बार नालंदा जिले के लगभग 600 शिक्षकों को फिर छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के लिए दूसरे जिलों में भेजा गया है। इनमें वर्ग एक से वर्ग पांच तक के 260 शिक्षकों को डाइट विक्रम में 29 अप्रैल से प्रशिक्षण शुरू हुआ है।
इसी प्रकार जिले के 280 शिक्षकों को पीटीईसी महेंद्रु पटना में आवासीय प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। वर्ग 9 से 10 के लगभग 60 शिक्षकों को भी जिले से एससीईआरटी कैंपस महेंद्र पटना में छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। इसके पहले भी जिले के लगभग 2000 शिक्षकों को 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
बता दें कि शिक्षकों को एफएलएन का 6 दिवसीय जरूरी आवासीय प्रशिक्षण देना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए जिले के चयनित शिक्षकों को 28 अप्रैल को ही अपने-अपने निर्धारित प्रशिक्षण केन्द्रों पर योगदान कराया गया है। यह आवासीय प्रशिक्षण 4 मई तक शिक्षकों को दिया जाएगा।
नालंदा जिले के शिक्षकों का छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण विभिन्न प्रशिक्षण केन्द्रों पर लगातार जारी है। आगे भी विभाग द्वारा अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है। एससीईआरटी पटना के निदेशक के निर्देशानुसार शिक्षकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है।