अन्य
    Monday, November 4, 2024
    अन्य

      नालंदा जिला संचालन समिति की बैठक में 71 योजनाओं को मिली मंजूरी

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में नालंदा जिले के विकास कार्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। उनकी अध्यक्षता ने मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना और मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत जिला संचालन समिति की आयोजित बैठक में जिले के जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण शामिल हुए।

      इस बैठक का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध संपर्कता प्रदान करने के लिए पुल, पुलिया, पथ और पहुंच मार्गों के निर्माण की प्राथमिकता निर्धारण करना था। इस मौके पर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने एक विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से इन योजनाओं का परिचय दिया और निर्माण कार्यों के पांच वर्षीय अनुरक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत की।

      बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक जुड़े हुए और छुटे हुए महत्वपूर्ण स्थानों के लिए 71 योजनाओं को मंजूरी दी गई। जिसमें हरनौत में 18, राजगीर में 8, बिहार शरीफ में 18 और हिलसा में 27 योजनाओं का समावेश है। इन सभी योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण आबादी को बेहतर कनेक्टिविटी और सुगम यातायात उपलब्ध कराना है।

      शहरी विकास योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन के लिए भी विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें मंत्री ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं और सुझावों से मंत्री को अवगत कराया।

      इस अवसर पर हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह, अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार, बिहारशरीफ विधायक डॉ. सुनील कुमार, इस्लामपुर विधायक राकेश रोशन, हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी शरण, राजगीर विधायक कौशल किशोर, बिहार विधान पार्षद रीना यादव, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!
      विश्व को मित्रता का संदेश देता वैशाली का यह विश्व शांति स्तूप राजगीर सोन भंडारः जहां छुपा है दुनिया का सबसे बड़ा खजाना यानि सोना का पहाड़ राजगीर वेणुवन की झुरमुट में मुस्कुराते भगवान बुद्ध राजगीर बिंबिसार जेल, जहां से रखी गई मगध पाटलिपुत्र की नींव