बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार खेल विश्वविद्यालय राजगीर में शिक्षा और खेल के क्षेत्र में एक नया युग शुरू होने जा रहा है। यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) से संबद्धता मिलने के बाद विश्वविद्यालय में नामांकन प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। साथ ही राज्य के स्पोर्ट्स अकादमियों और विश्वविद्यालयों के खेल विभागों को भी संबद्धता दी जाएगी, जिससे खेल शिक्षा का दायरा और बढ़ेगा।
कुलसचिव रजनीकांत को अंतरिम कुलपति का दायित्व सौंपा गया है, जिनके नेतृत्व में यह विश्वविद्यालय नए मील के पत्थर स्थापित करने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने विश्वविद्यालय में कुल 31 पदों को स्वीकृति दी है, जिसमें से केवल कुलसचिव और अंतरिम कुलपति की नियुक्ति हो चुकी है। वित्त पदाधिकारी और परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति के बाद विश्वविद्यालय की नियमावली तैयार की जाएगी।
अंतरिम कुलपति रजनीकांत ने बताया कि सिलेबस निर्माण की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के लिए अलग-अलग सिलेबस तैयार किए जाएंगे।
इसके बाद नियमावली और सिलेबस को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। यूजीसी से संबद्धता मिलने के बाद नामांकन की प्रक्रिया आरंभ होगी, जिससे छात्रों को खेल शिक्षा में प्रवेश करने का मौका मिलेगा।
फिलहाल, जिला प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय के कामकाज के लिए दो कार्यपालक सहायक, एक निम्नवर्गीय लिपिक और एक आदेशपाल की प्रतिनियुक्ति की गई है।
विश्वविद्यालय के विकास के लिए सरकार द्वारा विभिन्न पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी, जिसमें डीन, फैकल्टी, कोच और अन्य पद शामिल हैं। विश्वविद्यालय के नियमावली तैयार होने के बाद इन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्देश्य राज्य में खेल शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है, जिससे छात्रों को खेल में करियर बनाने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
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