नालंदा दर्पण डेस्क। एक सरकारी स्कूल में हुई इस शर्मनाक घटना ने शिक्षा व्यवस्था और स्कूल प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छुट्टी बाद छात्राओं को घर न लौटने देने, उससे चिकन बनवाने और फिर शौचालय में बंद करने जैसी घटनाएं न केवल अमानवीय हैं बल्कि सुरक्षा और नैतिकता के प्रति लापरवाही को भी दर्शाती हैं।
दरअसल समस्तीपुर जिले के उच्च माध्यमिक विद्यालय उजान में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिसने पूरे क्षेत्र और शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा दिया है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक और चार अन्य शिक्षकों ने पठन-पाठन समाप्ति के बाद प्लस टू की छात्राओं से चिकन पकवाया। छात्राओं के देर शाम तक घर न लौटने पर अभिभावकों ने विद्यालय में पहुंचकर खोजबीन की और स्थिति का खुलासा हुआ।
अभिभावकों ने बताया कि जब वे विद्यालय पहुंचे तो कुछ छोटे बच्चों ने जानकारी दी कि छात्राओं को शौचालय रूम में बंद किया गया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शौचालय से छात्राओं को बाहर निकाला और शिक्षकों से इस संबंध में जवाब तलब किया।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने देर रात तक विद्यालय परिसर में हंगामा किया। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) को घटना की जानकारी दी गई। बीईओ के हस्तक्षेप के बाद शिक्षकों को अस्थायी रूप से छोड़ दिया गया।
वहीं ग्रामीणों और अभिभावकों की एक बैठक विद्यालय परिसर में आयोजित की गई। जिसमें दोषी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। बीईओ ने दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं की गई तो विद्यालय में ताला बंद कर दिया जाएगा। बीईओ घटना की रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेज दी गई है और जल्द ही दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।
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