Thursday, April 3, 2025
अन्य

चैती शारदीय नवरात्रिः जय माता दी की नारों से गूंजा खुदागंज-इस्लामपुर

इस्लामपुर (नालंदा दर्पण)। इस्लामपुर प्रखंड के खुदागंज बाजार में चैती शारदीय नवरात्रि के अवसर पर श्री दुर्गा पूजा प्रबंधन समिति द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई। कलश स्थापना से पूर्व मीठी कुआं से जल भरकर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। गाजे-बाजे के साथ निकली इस शोभायात्रा में रथ पर सजी मां दुर्गा की झांकियां आकर्षण का केंद्र बनीं। जय माता दी के नारों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा।

यह शोभायात्रा इस्लामपुर, राजगीर और जहानाबगीचा सड़क मार्ग से होते हुए दुर्गा मंडप पहुंची। जहां प्रधान कलश को स्थापित किया गया। जबकि अन्य कलश शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु अपने घर ले गए। इस आयोजन के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर रखी थी।

श्री दुर्गा पूजा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सरोज कुमार, उपाध्यक्ष संजीव वर्मा, मंत्री रिपू कुमार, मुन्ना विश्वकर्मा, कोषाध्यक्ष धनंजय कुमार, चिंटू गुप्ता आदि ने बताया कि मां दुर्गा की प्रतिमा स्थानीय लोगों के सहयोग से स्थापित की जाती है। इस बार शोभायात्रा में 3100 कलश शामिल किए गए। जिसमें खुदागंज, इमादपुर, वरदाहा, पनहर, डौरा, रसुलीबिगहा, खरजमा, विष्णुबगीचा, बेगमपुर, सेरथुआ, जहानाबगीचा सहित एक दर्जन गांवों के महिला एवं पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए।

इस आयोजन को सफल बनाने में पहलाद पांडेय, मुकेश कुमार, बबलू स्वर्णकार, सतीश चौधरी, धर्मवीर सिंह, राजेश मिस्त्री, रंजीत यादव, चंदन कुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस पावन अवसर पर सांसद कौशलेन्द्र कुमार, विधायक राकेश कुमार और मिथलेश यादव भी मौजूद थे।

इसी क्रम में इस्लामपुर थाना के आत्मा गांव में भी चैती दुर्गा पूजा के अवसर पर तालाब से जल भरकर 101 कलशों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के मंडप पहुंचने के बाद कलशों को विधिपूर्वक स्थापित किया गया।

दुर्गा पूजा प्रबंधन समिति के अनुसार ग्रामीणों के सहयोग से प्रतिमा स्थापना की जाती है और इस वर्ष के आयोजन के लिए 25 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जिसमें अध्यक्ष सुनील वर्मा, सचिव कुंदन कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष जयप्रकाश प्रसाद, राजीव कुमार रंजन उर्फ जयपाल यादव, हरेंद्र कुमार, निशा वर्मा, संटू पांडेय, सर्वेश प्रसाद आदि शामिल हैं।

वहीं, इस्लामपुर प्रखंड के कोचरा सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति द्वारा भी ग्रामीणों के सहयोग से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। पूजा प्रबंधन समिति के सदस्य घनश्याम सिंह और सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि प्रतिमा स्थापना से पूर्व पैमार नदी से जलभरकर 351 कलशों के साथ श्रद्धालु मंडप पहुंचे और कलशों को विधिवत स्थापित किया। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बन गया।

इस आयोजन को सफल बनाने में आलोक कुमार, सुनील कुमार, शंकर कुमार, रामप्रवेश पासवान, अरुण चौरसिया, शिवशंभू प्रसाद, रामप्रवेश प्रसाद, सुखसागर कुमार, सिकंदर यादव, नीकू कुमार, रामा शंकर प्रसाद, सियाशरण प्रसाद, गणेश प्रसाद, आदित्य कुमार आदि का विशेष योगदान रहा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

जुड़ी खबर

error: Content is protected !!
विश्व को मित्रता का संदेश देता वैशाली का यह विश्व शांति स्तूप राजगीर सोन भंडारः जहां छुपा है दुनिया का सबसे बड़ा खजाना यानि सोना का पहाड़ राजगीर वेणुवन की झुरमुट में मुस्कुराते भगवान बुद्ध राजगीर बिंबिसार जेल, जहां से रखी गई मगध पाटलिपुत्र की नींव
ये हैं भारत के 15 विश्व प्रसिद्ध प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय: प्राचीन इतिहास की नई शुरुआत 10 most beautiful actresses in the world : विश्व की 10 सबसे सुंदर अभिनेत्रियां जानें प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़े अनसुलझे रहस्य