मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना: इन 211 सड़कों का होगा कायाकल्प

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत नालंदा जिले में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत 211 ग्रामीण सड़कों का निर्माण और उन्नयन किया जाएगा। इन सड़कों के निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा और लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा। इन सड़कों की कुल लंबाई 326.964 किलोमीटर है और इनके निर्माण पर 263 करोड़ 43 लाख 57 हजार रुपये की लागत आएगी।
इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पुरानी सड़कों की मरम्मत के साथ-साथ नई सड़कों का निर्माण भी किया जाएगा। ये सड़कें सुदूरवर्ती गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ेंगी, जिससे उन टोलों और गांवों को लाभ मिलेगा, जहां अब तक पक्की सड़कें नहीं थीं। बरसात के मौसम में ग्रामीणों को होने वाली परेशानियों, जैसे कीचड़ और गड्ढों की समस्या का समाधान होगा।
यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, क्योंकि किसानों को अपने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी। साथ ही वाहनों का आवागमन सुचारू होने से यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी।
इस योजना की खास बात यह है कि सड़कों का निर्माण होने के बाद अगले सात वर्षों तक उनका रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाएगा। चयनित एजेंसी न केवल सड़कों का निर्माण करेगी, बल्कि उनके रखरखाव का जिम्मा भी संभालेगी।
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता कार्य प्रमंडल योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए निकासी और व्यय के लिए अधिकृत होंगे। यह व्यवस्था सड़कों की दीर्घकालिक गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करेगी।
योजना के तहत नालंदा जिले के सभी डिवीजनों में सड़कों का निर्माण और उन्नयन होगा। इनमें बिहारशरीफ डिवीजन की 38 सड़कें, राजगीर डिवीजन की 104 सड़कें और हिलसा डिवीजन की 69 सड़कें शामिल हैं।
इन प्रस्तावित महत्वपूर्ण सड़कों में महलपर-तेतरावां रोड से अलौदिया, बरान्दी नहा रोड से हनुमान मंदिर रोड तक माजिदपुर, एनएच 82 से बिहार-राजगीर बेलदरियापुर स्कूल, अस्थावां कुम्हरी पटनी रोड से अमरपुरा, बिहार-एकंगर से गोलापुर, डुमरावां वाया लालबाग (मरम्मत), एनएच 110 जमालीचक मोर से डुमरावां रोड तक मंडाछ महादलित टोला, दीपनगर से मानियावां पक्की सड़क वाया उच्च विद्यालय, बिहार-राजगीर पथ से मेघी नगमा पथ, बहुआरा से खारे बिगहा, महलपर तेतरावां दरियापुर रोड से भैरो स्थान तक प्राइमरी स्कूल, नवीनगर से जोरपुर, एनएच 31 दीपनगर से न्यू डीआरसीसी भवन, वियावानी से गोलापुर हवाई अड्डा होते हुए जेपी मेमोरियल ट्रस्ट तक, ट्रस्ट से दौदनगर तक, राणा बिगहा पक्की सड़क से जिला स्कूल होते हुए सिपाह पुल तक, दीपनगर से ओकनावा वाया मौलानगर रोड, एनएच 82 मनन्की रोड से उपरावां, एनएच 82 से नकटपुरा, एनएच 82 से मालती गेट, सुखदेव नारायण बीएड कॉलेज और राजकीय बुनियादी विद्यालय बलजोन्ह बिगहा, जिराइन ओंदा पथ से भिखनी बिगहा, एनएच 82 सारे नोआवां पथ से कमसपुर, एनएच 82 से भैरोबिगहा, एनएच 52 कुम्हरी सरहदी से पिपरापुर शामिल हैं।
बता दें कि जिले के कई ग्रामीण इलाकों में सड़कों की स्थिति खराब हो चुकी है। कई सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो हादसों का कारण बन रहे हैं। इन सड़कों की मरम्मत न होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बारिश के मौसम में ये सड़कें कीचड़ और गड्ढों से भरी हो जाती हैं, जिससे वाहन चालकों और यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस योजना के तहत इन समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है।