नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। नगरनौसा में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतिदिन नए मामले सामने आ रहे हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग की कथित लापरवाही के चलते स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है। अब तक तीन दर्जन से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए विशेष सतर्कता बरतने और लक्षण दिखने पर तत्काल इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा, डेंगू रोधी उपायों के तहत फॉगिंग और अन्य निवारक कदम उठाने के आदेश भी जारी किए गए थे। लेकिन इन निर्देशों का पालन नगरनौसा में प्रभावी ढंग से नहीं हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण डेंगू ने अब नगरनौसा के बीच बाजार जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। यह स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि क्या स्वास्थ्य विभाग इस महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार है?
ताजा जानकारी के अनुसार नगरनौसा के बीच बाजार में डेंगू के चार नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें निर्मला देवी, दीपक कुमार, प्रियंका देवी और आकाश कुमार शामिल हैं। सभी मरीजों का इलाज निजी क्लिनिकों में चल रहा है। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है, जब हम देखते हैं कि डेंगू अब घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी तेजी से फैल रहा है।
बता दें कि डेंगू एक मच्छर जनित बीमारी है, जो एडीज मच्छरों के काटने से फैलती है। इसके प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकान और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं। गंभीर मामलों में यह जानलेवा भी हो सकता है।
विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है कि वे अपने आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, पानी जमा होने से रोकें और मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें। साथ ही डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।



