
नालंदा दर्पण डेस्क। राजधानी पटना के लाखों यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर (Great news) है। लंबे समय से ट्रैफिक जाम और घंटों के सफर से जूझ रहे लोगों को दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर पटना मेट्रो की सौगात मिलने जा रही है। इस परियोजना का प्राथमिक कॉरिडोर अब अपने अंतिम चरण में है और उम्मीद की जा रही है कि 15 अगस्त 2025 से इसकी सेवा आम यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगी।
इस कॉरिडोर के शुरू होने से मलाही पकड़ी से बैरिया स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) तक की 6.107 किलोमीटर की दूरी अब महज 14 मिनट में तय की जा सकेगी।
पटना मेट्रो का प्राथमिक कॉरिडोर 6.107 किलोमीटर लंबा है, जिसमें कुल पांच स्टेशन मलाही पकड़ी, भूतनाथ, खेमनीचक, जीरो माइल, और आईएसबीटी बनाए जा रहे हैं।
हालांकि शुरुआती चरण में मेट्रो ट्रेन केवल चार स्टेशनों मलाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरो माइल, और आईएसबीटी पर ही रुकेगी। मेट्रो के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि खेमनीचक स्टेशन का निर्माण कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है। जिसके कारण यह स्टेशन शुरुआत में हॉल्ट स्टेशन रहेगा और वहां मेट्रो नहीं रुकेगी।
मेट्रो अधिकारी ने बताया कि दो स्टेशनों के बीच की दूरी एक समान नहीं है। मेट्रो के मानकों के अनुसार यह दूरी 1 से 1.4 किलोमीटर होनी चाहिए। लेकिन संरचनात्मक कारणों जैसे- नदी, पुल और जमीन की स्थिति के कारण कहीं-कहीं यह दूरी 100 से 200 मीटर कम या ज्यादा हो सकती है।
यह अंतर मेट्रो की गति और संचालन पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा। उदाहरण के लिए जीरो माइल से आईएसबीटी की दूरी अब मात्र 3 मिनट में तय होगी। भूतनाथ से आईएसबीटी की दूरी 6 मिनट में पूरी हो जाएगी।
कहा जाता है कि पटना मेट्रो न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि प्रदूषण और ईंधन की खपत को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह सुविधा खास तौर पर दैनिक यात्रियों, छात्रों, कर्मचारियों और बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी।
वर्तमान में मलाही पकड़ी से आईएसबीटी तक का सफर ट्रैफिक जाम के कारण बेहद थकाऊ और समय लेने वाला होता है। मेट्रो सेवा शुरू होने से यह दूरी न केवल छोटी होगी, बल्कि यात्रियों की ऊर्जा और समय की भी बचत होगी। अनुमान है कि इस कॉरिडोर पर प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करेंगे, जिससे सड़कों पर वाहनों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आएगी।
मेट्रो परियोजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार प्राथमिक कॉरिडोर का निर्माण कार्य लगभग अंतिम चरण में है। इस रूट पर ट्रायल रन सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं और तकनीकी निरीक्षण की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त 2025 को पटना मेट्रो की पहली राइड आम लोगों के लिए शुरू हो सकती है। जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह तक तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन का ट्रायल पूरा होने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन पहले ही पटना पहुंच चुकी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पटना में यातायात की समस्या लंबे समय से एक बड़ी चुनौती रही है। विशेष रूप से मलाही पकड़ी से बैरिया स्थित आईएसबीटी तक का सफर ट्रैफिक जाम के कारण रोजमर्रा की परेशानी का कारण बना हुआ था।
मेट्रो सेवा शुरू होने से शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली इस दूरी को तय करना आसान हो जाएगा। हालांकि खेमनीचक स्टेशन के शुरुआती चरण में चालू न होने से कुछ स्थानीय लोगों में निराशा भी है।
बहरहाल, पटना मेट्रो न केवल शहरी यातायात के दबाव को कम करने का एक प्रभावी विकल्प साबित होगी, बल्कि यह शहर के विकास और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। मेट्रो परियोजना के अगले चरणों में और कॉरिडोर जोड़े जाएंगे, जिससे पटना के अन्य हिस्सों में भी मेट्रो की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।