अन्य
    Monday, November 11, 2024
    अन्य

      16 जून से 30 जून तक गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन, जिलाधिकारी ने की कार्यान्वयन की समीक्षा

      बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला में गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन 16 जून से 30 जून की अवधि में किया जा रहा है। दस्त नियंत्रण पखवाड़ा  के कार्यान्वयन को लेकर आज प्रभारी जिलाधिकारी -सह- उप विकास आयुक्त श्री वैभव श्रीवास्तव ने सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।

      बताया गया कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की कुल मृत्यु में से लगभग 9 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु डायरिया के कारण होती है। वर्ष 2025 तक निमोनिया एवं डायरिया से  बच्चों की बचाव योग्य मृत्यु को समाप्त करने के बृहद लक्ष्य के तहत दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है।

      Intensive diarrhea control fortnight organized from June 16 to June 30 District Magistrate reviewed the implementationइस पखवाड़े की अवधि में जिला के 5 वर्ष से कम उम्र के अनुमानित लगभग 4 लाख 96 हजार बच्चों को आच्छादित किया जाना है। इसके तहत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए ओआरएस का एक पैकेट तथा 5 वर्ष से कम उम्र के डायरिया से पीड़ित बच्चों के लिए दो पैकेट ओ आर एस तथा 14 जिंक की गोली का वितरण किया जा रहा है।

      वितरण कार्य आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के माध्यम से मुख्य रूप से किया जा रहा है। इस संबंध में सभी आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है।

      वितरण के साथ-साथ इसके उपयोग के बारे में भी परिवार के सदस्यों को अच्छे ढंग से जानकारी देने का निर्देश दिया गया। ओआरएस एवं जिंक की गोली का वितरण प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित करने को कहा गया।

      जमीनी स्तर पर वितरण की मॉनिटरिंग हेतु फील्ड विजिट कर फीडबैक प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। प्रखंड स्तर पर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रतिदिन ब्रेकिंग कर वितरण एवं उपयोग के संबंध में फीडबैक प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। जिला स्तर पर सिविल सर्जन को सप्ताह में एक बार इसकी समीक्षा एवं फीडबैक प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।

      स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित सहयोगी संस्थाओं केयर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधियों के बीच भी अनुश्रवण हेतु विभिन्न प्रखंड आवंटित करने को कहा गया।

      डायरिया मुख्य रूप से जल जनित बीमारी है इसलिए हर घर नल का जल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति हेतु अधिष्ठापन सभी पानी की टंकी की अनिवार्य रूप से सफाई सुनिश्चित कराने का निर्देश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी एवं जिला पंचायत राज पदाधिकारी को दिया गया। विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को हैंडवाशिंग के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया गया।

      बैठक में सिविल सर्जन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, स्वास्थ विभाग के अन्य पदाधिकारी, शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!