बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिलाधिकारी (डीएम) शशांक शुभंकर द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) शिक्षा स्थापना और कार्य सहायक स्थापना के विरुद्ध प्रपत्र “क” गठित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) को जिला शिक्षा कार्यालय में पदस्थापित सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं लिपिकों का प्रभार 48 घंटे के अंदर बदलने की कार्रवाई सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया है।
डीएम ने यह कार्रवाई राजकीय संस्कृत विद्यालय शिक्षक संघ बिहार द्वारा डीपीओ के विरुद्ध शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के भविष्य निधि की राशि भुगतान में गड़बड़ी की शिकायत के आलोक में की गयी है।
डीएम ने यह कार्रवाई संघ से मिली शिकायत की जांच डीडीसी की अध्यक्षता वाली समिति से कराने के बाद प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर की गयी है। समिति द्वारा जांच में पाया गया कि शिक्षकों के भुगतान के कार्यों से संबंधित कार्यकलाप संदिग्ध है। जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा जान-बूझकर शिक्षकों को परेशान किया जाता है।
डीपीओ स्थापना के कार्यालय की लापरवाही के कारण ही शिक्षकों को भुगतान की जाने वाली राशि प्रत्यर्पित कर दी जाती है। इससे शिक्षकों को काफी समस्या हो रही थी।
डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने डीपीओ स्थापना और कार्य सहायक स्थापना पर प्रपत्र “क” गठित करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही लगातार मिल रही शिकायत को देखते हुए पूर्व से पदस्थापित जिला शिक्षा कार्यालय के सभी पदाधिकारियों तथा कर्मियों का 48 घंटे के भीतर प्रभार बदलने का सख्त निर्देश दिया गया है।
फिलहाल डीएम से प्राप्त निर्देश के आलोक में डीइओ द्वारा सभी डीपीओ का प्रभार बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। जल्द ही जिला शिक्षा कार्यालय के सभी डीपीओ को नया प्रभार मिलेगा।
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