बिहार शरीफ (आशीष कुमार)। किसान सलाहकारों को जनसेवक पद पर समायोजन की मांग को लेकर हड़ताल के 13 वें दिन आक्रोशित कर्मियों ने जिला कृषि कार्यालय में तालाबन्दी कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले के किसान सलाहकार पिछले 06 जून से अपनी मांगों के समर्थन में लगातर तेरहवें दिन भी हड़ताल पर हैं। अपने लगन व परिश्रम से खून-पसीना बहाकर नालन्दा धान की उपज में विश्व रिकार्ड को तोड़ा। किसान सलाहकार किसानों के बीच घर-घर जाकर कृषि विभाग की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इतना काम लेने के बाद भी अल्प मानदेय मात्र 13 हजार दिया जा रहा है। तेरह वर्षों से कार्यरत रहने के बाबजूद मात्र तेरह हजार रूपये का मानदेय देकर बिहार सरकार किसान सलाहकार का भरपूर शोषण व अन्याय कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस मंहगाई के दौर में इतना कम मानदेय में अपने परिवार व बच्चों का भरण-पोषण, पढ़ाई-लिखाई, ईलाज, मकान किराया, बिजली बिल व अन्य खर्च संभव नहीं है। बिहार सरकार के मनमानी व उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण हमलोग अपने-आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। परिणाम स्वरूप सड़क पर आने को मजबूर हुए हैं।
उन्होंने कहा कि करो या मरो की नीति के तहत जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती है, तबतक अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रखेंगे। नहीं हटेंगे-डटे रहेंगे।