नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। जीविका द्वारा स्थापित कस्टम हायरिंग सेंटर (सीएचसी) का नाइजीरिया देश की एक टीम ने नगरनौसा प्रखंड का दौरा किया। इस दौरान टीम ने कृषि कार्यों में उपयोग होने वाले विभिन्न यंत्रों और उपकरणों का निरीक्षण किया और इनका प्रयोग करने की विधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
प्रखंड परियोजना प्रबंधक अजय कुमार ने टीम को कस्टम हायरिंग सेंटर के विभिन्न उपकरणों से परिचित कराया। उन्होंने बताया कि ये उपकरण किस प्रकार कृषि कार्यों को आसान और सस्ती बनाते हैं। साथ ही जीविका दीदियों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं।
अजय कुमार ने यह भी बताया कि किस तरह यह केंद्र कृषि कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है और जीविका दीदियों के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का एक सशक्त जरिया बना है।
नाइजीरिया की टीम के सदस्यों ने इन यंत्रों की कार्यप्रणाली के बारे में गहरी रुचि दिखाई और जीविका दीदियों से संवाद कर इसके लाभों पर चर्चा की। उन्होंने केंद्र की कार्यप्रणाली को सराहा और इसे अपने देश में भी लागू करने के बारे में विचार किया।
कस्टम हायरिंग सेंटर में विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्र उपलब्ध हैं। जिनका उपयोग किसानों के लिए विभिन्न कृषि कार्यों जैसे कि खेतों की जुताई, बुआई और सिंचाई में किया जाता है। इन उपकरणों के जरिये छोटे किसान भी महंगे उपकरणों के बिना अपनी कृषि कार्यों को बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय समन्वयक राजीव रंजन और सामुदायिक समन्वयक मो राकीब अंसारी भी उपस्थित थे। नाइजीरिया की टीम के सदस्यों ने जीविका दीदियों की मेहनत और कार्यशक्ति की सराहना की और इस मॉडल को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की बात की।
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