बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के शिक्षकों का ट्रांसफर की प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए एक अनूठा कदम उठाया है। अब 10470 विशेष परिस्थिति वाले शिक्षकों का ट्रांसफर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ खुद करेंगे। इन शिक्षकों में गंभीर बीमारियों से ग्रसित, दिव्यांग, विधवा और परित्यक्त शिक्षक शामिल हैं।
डॉ. सिद्धार्थ ने इस प्रक्रिया को व्यक्तिगत रूप से मॉनिटर करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक के प्रमाण-पत्र और मार्कशीट की गहन जांच वाट्सएप, ईमेल और डाक के माध्यम से की जाएगी। जरूरत पड़ने पर संबंधित अधिकारियों से सीधी बातचीत भी होगी।
बचे हुए 1.80 लाख शिक्षकों के ट्रांसफर का कार्य जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को सौंपा गया है। डीईओ स्तर पर शिक्षकों को प्रखंड और स्कूल आवंटित किए जाएंगे। ट्रांसफर प्रक्रिया की गति बढ़ाने के लिए मुख्यालय में शिक्षकों के आवेदन फॉर्म को कैटेगरी और जिला के आधार पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि निलंबित, आरोपित या संदिग्ध प्रमाण-पत्र वाले लगभग 1700 शिक्षकों का ट्रांसफर होल्ड पर रखा जाएगा। डॉ. सिद्धार्थ ने कहा है कि शिक्षकों के ट्रांसफर की मॉनिटरिंग वे खुद कर रहे हैं। कोई भी आवेदन बिना समीक्षा के आगे नहीं बढ़ेगा।
हालांकि शिक्षकों के बीच इस नई व्यवस्था को लेकर आशा और राहत की भावना है। उन्हें लगता है कि डॉ. सिद्धार्थ के नेतृत्व में यह प्रक्रिया न केवल शिक्षकों के जीवन को बेहतर बनाएगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित होगी।
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