नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्रणाली को और सख्त और संगठित बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब शिक्षकों की उपस्थिति और काम के घंटों को लेकर विशेष निगरानी रखने के लिए ‘ई-शिक्षा अटेंडेंस’ प्रणाली को लागू किया जा रहा है। इस नई व्यवस्था के तहत शिक्षकों के स्कूल में आने और जाने का समय अब प्रधानाध्यापक द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य अपर सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया है कि ‘ई-शिक्षा कोष सॉफ्टवेयर’ को अपडेट किया जा रहा है। ताकि स्कूल प्रबंधन और प्रशासन बेहतर तरीके से शिक्षकों की उपस्थिति का रिकॉर्ड रख सके।
प्रधानाध्यापक अब यह तय करेंगे कि किस शिक्षक को किस समय स्कूल आना है और किस समय जाना है। उन्हें शिक्षकों के स्कूल इन और स्कूल आउट के समय की तस्वीर भी सॉफ्टवेयर में अपलोड करनी होगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य है कि शिक्षकों की उपस्थिति और अनुशासन में सुधार किया जा सके।
बता दें कि बिहार के सरकारी शिक्षकों के काम के समय में भी बदलाव किया गया है। आगामी 1 दिसंबर से सभी शिक्षकों को सुबह 9:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक स्कूल में रहना अनिवार्य होगा।
शिक्षा विभाग द्वारा यह बदलाव इस उद्देश्य से किया गया है कि शिक्षक पूरे निर्धारित समय तक स्कूल में रहें और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें। छात्रों की शिक्षा में कोई बाधा न आए और शिक्षकों की जिम्मेदारी और जवाबदेही बढ़ सके।
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