बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। आखिरकार आपदा प्रबंधन की टीम ने 8 घंटे बाद बोरवेल में गिरे बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया। बच्चे के बाहर निकलने के बाद जिला प्रशासन के साथ-साथ माता पिता ने राहत की सांस ली। हालांकि अभी बच्चे को अस्पताल में एहतियात के तौर पर भर्ती कराया गया है।
डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा करीब 8 घंटे तक कीचड़ में फंसा हुआ था। इस कारण उसका प्राथमिक उपचार बहुत ही जरूरी था। बालक स्वस्थ है बावजूद कुछ घंटे चिकित्सक की देखरेख में रखा जा रहा है।
रविवार की सुबह 9 बजे डोमन मांझी का 4 वर्षीय पुत्र शिवम अपनी मां के साथ खेत जा रहा था। इसी दौरान वह बोरवेल में गिर गया था। बोरवेल में गिरता हुआ बच्चे को मां ने देख ली। जिसके बाद उसने चीख-पुकार मचाई। तब जाकर इस बात का खुलासा हुआ।
जिला प्रशासन द्वारा फौरन जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी की खुदाई का कार्य प्रारंभ कर दिया गया। वहीं ऑक्सीजन के माध्यम से बच्चे को ऑक्सीजन की आपूर्ति और सीसीटीवी से उस पर नजर बनाई जा रही थी।
इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। टीम मौके पर पहुंच कर अपनी सूझबूझ से बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया।
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