इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। आज अहले सुबह मनीपुर गांव की एक महिला तीन बच्चों के साथ रोते बिलखते इसलामपुर थाना पहुंची और पुलिस इंस्पेक्टर विजय कुमार मिश्रा को अपनी आपबीती सुनायी।
पीडिता सुनीता देवी ने बताया कि उसका पति जितेंद्र यादव बेवजह मारपीट करता है। जबकि तीन पुत्र सन्नी कुमार, पुत्री अनु और तन्नु समेत तीन संतान हैं।
उसे उसका पति आए दिन मारपीट कर घर से निकाल देता है। जान मारने पर उतारु हो जाता है। इधर-उधर से मांगकर खाने पर खाना देने वालों पर मुकदमा करने धमकी देता है।
उसने आगे कहा कि ऐसी हालत वह अपने बच्चों के साथ कैसे जिंदा रह सकती है। उसे न्याय दिलाया जाय। ताकि वह शांति से मेहनत-मजदूरी कर बच्चों का पालन पोषण कर सके।
वहीं पीडिता ने पुलिस इंस्पेक्टर ने अश्वासन दिया कि उसके बदमाश पति पर कारवाई किया जायेगा। ताकि पीड़िता को आगे किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
हालांकि, इस दौरान महिला को जिस तरह जमीन पर बैठाकर पीड़ा सुनी गई, उसकी तस्वीरें साफ स्पष्ट करती है, इस थाना में कुर्सी बेंच आदि सब प्रभावी, दलाल-अमीरों के लिए ही सजाई गई है। गरीब-नीरिह का कोई स्थान नहीं है। कोई सम्मान देने वाला नहीं है। खासकर पढ़े लिखे अफसर भी उसी लाइलाज क्षीण मानसिकता से ग्रस्त हो चुके हैं।