नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा विधानसभा चुनाव में पिछले कई बार से जदयू विधायक एवं मंत्री सरवन कुमार को कड़ी टक्टर दे रहे अजनौरा गांव निवासी कौशलेन्द्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया की एक बहुत ही मार्मिक अपील वायरल हो रहा है, जो कई मायनों में आज की गंदी राजनीति के ईशारों पर कार्य कर रही पुलिस-प्रशासन पर सीधी उंगली उठा रही है।
उन्होंने लिखा है कि किस समाज की बात करते हैं, जिसको राजीनतिक रूप से समाप्त कर दिया गया है। सिर्फ शादी विवाह और सामाजिक एकता की ही बात करते रहेंगे कि समाज में हो रही घटनाओं और उस घटना के आड़ में राजनीति रोटी सेंककर निर्दोष महिलाओं और कम उम्र के बच्चों को साजिश रचकर झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। उस पर भी समाज चुप रहेगा और मूकदर्शक बना रहेगा।
आपलोग को मालूम होगा कि चंदौरा के एक व्यक्ति जो अपने समाज के ही थे, उनकी हत्या कर दी गई है। लेकिन उस घटना में राजनीति करने बाले लोग नवनिर्वाचित पथरौरा पंचायत की मुखिया रेखा देवी को भी एवं उनके पुत्र जो मात्र 18वर्ष का उसे भी फंसा दिया गया है।
सब लोग जानते है उस इलाके के लोग की यह घटना कौन किया है। लेकिन दुर्भाग्य है कि मारे भी मेरे अपने जा रहे हैं और फंसाये भी मेरे अपने जा रहे हैं और समाज चुपचाप मुह बंद कर बैठा है।
दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है। सत्ता और पावर का दुरूपयोग किया जा रहा है। मेरे मत से जीतकर जाने वाले लोग मेरे आदमी को मरवा भी रहा है और झूठा मुकदमा में फंसा भी रहा है और हमलोग आँख मूंदकर बैठे हैं।
एक एक को चुनचुन कर समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। हम सभी नहीं संभले तो सभी को इतना दबा दिया जाएगा कि कोई कल्पना भी कल सर उठाने की या राजनीति करने की न सोचे।
कोई सुनने वाला नहीं है। प्रशासन दवाब में आकर अनुसंधान की दिशा गलत तरीके से कर रही है। एक भी व्यक्ति कोई नेता से पूछने की हिम्मत नहीं कर रहा है कि इस तरह की मनमानी किसलिए, सिर्फ इसलिए की कल कोई चुनाव में खिलाफ न करें।
हमारा समाज बहुत भोला भाला और सीधा साधा है उसके अंदाज नही है कि भ्रूण हत्या की जा रही है कि कल कोई राजनीति करने और खिलाफ करने की हिम्मत न करें। सैकड़ों हत्या कराकर नेता बना हुआ है, लेकिन मेरे लोग समझ नही पाए है।
आप सबो से नम्र निवेदन है की चंदौरा कि घटना पर चुप्पी तोड़े और सही तरीके से जांच हो ताकि दोषी व्यक्ति पकड़ा जाए और निरीह अबला जो निर्दोष है, उनको न्याय मिल सके।
अगर आपकी भावना को हम ठेस पहुंचाये हो तो मुझे क्षमा करें। आज जिसकी बारी हो कल आपके घर के बेटे भतीजे माँ बहनों की भी वारी होगी। संभलिए सचेत हो। रावण गया है, कंस गया है, अंग्रेज गया है, मुगल गया है। हिम्मत करिये सच को सच झूठ को झूठ बोलने की साहस दिखाइए नहीं, तो हम सब समाप्त हो जायेगे।