नालंदाबिग ब्रेकिंगराजगीरशिक्षा

कल नालंदा खुला विश्वविद्यालय के नए भव्य कार्यालय का उद्घाटन करेंगे सीएम, जानें कैसा है नया भवन

“फिलहाल पटना में भी विश्वविद्यालय की शाखा काम करती रहेगी। यह भी संभव है कि कुछ कमरों का कार्यालय पटना में भी रखा जाये। 116.65 करोड़ लागत: 10 एकड़ में बने इस यूनिवर्सिटी के भवनों को बनाने में कुल 116.65 करोड़ रुपये खर्च किये  गये हैं…

नालंदा दर्पण डेस्क। कल मंगलवार 29 अगस्त को पहली मार्च 1987 में स्थापना के 36 साल 5  माह 28 दिन बाद नालंदा खुला विश्वविद्यालय का कार्यालय नालंदा की घरती पर आने वाला है। इसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार करेंगे। भवन को ठेकेदार ने कुलपति डॉ. केसी सिन्हा को हैंडओवर कर दिया है।

उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक , यूनिवर्सिटी के कुलपति व गणितज्ञ डॉ. कृष्णचंद्र सिन्हा, प्रोवीसी डॉ. संजय कुमार, रजिस्ट्रार डॉ. मो. हबीबुररहमान, रजिस्ट्रार (एग्जाम) डॉ. नीलम कुमारी समेत अन्य  अधिकारी भी रहेंगें।

वीसी डॉ. केसी सिन्हा ने बताया कि पटना कार्यालय से कागजात, दस्तावेज व अन्य सामान नालंदा शिफ्ट किये जा रहे हैं। कम्प्यूटर प्रयोगशाला व पुस्तकालय को हर हाल में शिफ्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।

उनका  कहना है कि फिलहाल पटना में भी विश्वविद्यालय की शाखा काम करती रहेगी। यह भी संभव है कि कुछ कमरों का कार्यालय पटना में भी रखा जाये। 116.65 करोड़ लागत: 10 एकड़ में बने इस यूनिवर्सिटी के भवनों को बनाने में कुल 116.65 करोड़ रुपये खर्च किये  गये हैं।

इसमें प्रशासनिक भवन के अलावा, एकेडमिक बिलिंडग, वीसी बंगला, प्रोवीसी बंगला, प्रोफेसर बिल्डिंग, गर्ल्स हॉस्टल बने हैं। प्रोफेसर बिलिंडग जी प्लस फाइव के दो भवन हैं। इनमें 24 थ्री बीएच और 24 टू-बीएच फ्लैट हैं। स्टाफ बिल्डिंग जी प्लस फाइव के दो भवन हैं। इसमें 24-24 फ्लैट हैं।

जी प्लस टू की 100 क्षमता वाला गर्ल्स हॉस्टल जी प्लस टू बने हैं। इसी तरह, 140 की क्षमता बाला जी प्लस थ्री का ब्यॉयज हॉस्टल है। प्राचीन नालंदा महाविहार के लुक जैसा प्रशासनिक भवन सबसे खूबसूरत है।

छात्र-छात्राओं के खाने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस डायनिंग हॉल बनाया गया है। अतिथिशाला भी बनाया गया है। ताकि, यहां आने वाले लोंगों को ठहरने के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े।

राजगीर भी जाएंगे सीएमः नीतीश कुमार विवि के उद्घाटन के  बाद राजगीर जाएंगे। वहां मलमास मेले का विधिवत समापन के साथ ही मेले पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म व स्मारिका का लोकार्पण करेंगे।

Back to top button
error: Content is protected !!
The unsolved mysteries of the ancient Nalanda University राजगीर पांडु पोखर एक ऐतिहासिक पर्यटन धरोहर Rajgir Sone Bhandar is the world’s biggest treasure Artificial Intelligence is the changing face of the future

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker