भारतीय लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में व्यक्ति और समाज के सर्वांगिन उत्थान में पंचायती राज व्यवस्था का सर्वोपरि स्थान है। बिहार जैसे प्रांतो में जिस तरह से विभिन्न योजनाओं को मूर्त रुप दिया जा रहा है और उसमें निर्वाचित जनप्रतिनिधि अब तक जिस तरह के गैरजिम्मेदार तरीके से कार्य करते आ रहे हैं, उसने कईयों की जमीर झकझोर कर रखी दी है। वे अपने गाँव-जेवार में उत्पन्न अराजकता की स्थिति को बदलना चाहते हैं…
इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। वैसे ही लोगों में एक नाम इसलामपुर इलाके से श्री बिजेन्द्र प्रसाद चौरसिया का सामने आया है। उन्होंने प्रखंड के वरदाहा पंचायत से बतौर मुखिया प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल किया है।
श्री चौरसिया सरीखे समाजिक व्यक्ति के चुनाव मैदान में उतरते ही निवर्तमान मुखिया के होश उड़ गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार श्री चौरसिया के चुनावी मैदान में आने से पंचायतवासियों मे काफी हर्ष का माहौल देखने को मिल रहा है।
अपना नामाकंन दाखिल करने के बाद श्री बिजेन्द्र चौरसिया ने आज पंचायत के अर्जुन सेरथुआ, कटवा, रसलपुर, मखदुमपुर, तकियापर आदि गांवों का भ्रमण कर जीत का आर्शीवाद माँगा।
इस दौरान मनोज चौरसिया, सुबोध पांडेय, अच्चुतानंद पांडेय, वासुदेव चौरसिया, चिंटु कुमार, सदन लाल सिंहा, मुंद्रिका सिंह, वीरेंद्र प्रसाद, राजनंदन यादव, कमल यादव, नरेश रविदास, महेश याद, रामजन्म यादव, अखिलेश पासवान, शशी पाससवान, सुनील यादव आदि लोग मौजूद रहे। सब वोटरों के मिलते विश्वास से गदगद दिखे।
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