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नालंदा के 488 स्कूलों ने अब तक नहीं किया यू डाइस प्लस अपडेट

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488 schools of Nalanda have not updated U Dice Plus yet
488 schools of Nalanda have not updated U Dice Plus yet

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)।नालंदा जिले के 488 स्कूलों द्वारा अब तक यू डाइस प्लस (UDISE+) डेटा को अपडेट नहीं करने के कारण इन स्कूलों का सही ऑनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हो पाया हैं। इस स्थिति ने शिक्षा विभाग के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी हैं, क्योंकि यू डाइस प्लस के माध्यम से ही स्कूलों से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े संकलित किए जाते हैं। जिले में 2,450 सरकारी और करीब 300 निजी स्कूल हैं, लेकिन इनमें से कई अभी तक इस प्रक्रिया को पूरा करने में विफल रहे हैं, जिससे शिक्षा सुधार योजनाओं में देरी हो रही हैं।

यू डाइस प्लस: शिक्षा के प्रबंधन में अहम उपकरणः यू डाइस प्लस (Unified District Information System for Education Plus) भारत सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा संचालित एक प्रबंधन सूचना प्रणाली हैं, जिसका उद्देश्य स्कूलों के आंकड़ों को डिजिटल रूप से संकलित और सुरक्षित रखना हैं।

इसके तहत विद्यालयों को अपने छात्रों की संख्या, शिक्षकों की उपस्थिति, उपलब्ध संसाधनों, शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी अपडेट करनी होती हैं। यह प्रणाली न केवल स्कूलों की स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती हैं, बल्कि इससे शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं।

शिक्षा में सुधार की राह में रुकावटः नालंदा जिले के 488 विद्यालयों द्वारा यू डाइस प्लस अपडेट नहीं करने से शिक्षा विभाग के पास स्कूलों की सही जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, जिससे राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने में दिक्कतें आ रही हैं। बिना सही आंकड़ों के शिक्षा सुधार के लिए ठोस नीतियां बनाना मुश्किल हो गया हैं।

जिला शिक्षा पदाधिकारी के अनुसार यू डाइस प्लस अपडेट नहीं करने वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सभी विद्यालय इस प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे, ताकि शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में काम सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।

किन प्रखंडों के स्कूल हैं पीछे? नालंदा के कई प्रखंडों में बड़ी संख्या में स्कूल अब तक यू डाइस प्लस को पूरा नहीं कर पाए हैं। अस्थावां प्रखंड के 43, नूरसराय के 75, एकंगरसराय के 53 और गिरियक के 47 स्कूल अब तक इस प्रक्रिया में पीछे हैं। इसके अलावा, हिलसा, सिलाव और चंडी जैसे प्रखंडों में भी कई स्कूलों ने अभी तक अपने डेटा को पोर्टल पर अपलोड नहीं किया हैं।

स्कूलों द्वारा डेटा अपडेट नहीं करने वाले प्रमुख प्रखंडों की सूची-

  • अस्थावां: 43 स्कूल
  • नूरसराय: 75 स्कूल
  • एकंगरसराय: 53 स्कूल
  • गिरियक: 47 स्कूल
  • बिन्द: 49 स्कूल

निजी विद्यालय भी पीछेः जिले के सरकारी स्कूलों के अलावा, करीब 300 छोटे-बड़े निजी विद्यालय भी यू डाइस प्लस को पूरा करने में पीछे चल रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा इन स्कूलों को भी निर्देशित किया गया हैं कि वे जल्द से जल्द अपनी जानकारी अपडेट करें, ताकि जिले का शिक्षा डेटा सही और सटीक हो सके।

शिक्षा विभाग का क्या कहना हैं? शिक्षा अधिकारियों का कहना हैं कि यू डाइस प्लस की जानकारी अपडेट न होने से शिक्षा योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग और सुधारात्मक कदम उठाने में परेशानी हो रही हैं। इस डेटा के बिना, छात्र-शिक्षक अनुपात, स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं और अन्य बुनियादी सुविधाओं का मूल्यांकन सही तरीके से नहीं किया जा सकता।

नालंदा के 488 स्कूलों द्वारा यू डाइस प्लस अपडेट न करना शिक्षा क्षेत्र में सुधार के प्रयासों को धीमा कर रहा हैं। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को कड़ी चेतावनी दी हैं और जल्द से जल्द डेटा अपलोड करने की उम्मीद जताई हैं। इस प्रणाली के अपडेट होने से न केवल स्कूलों की सही तस्वीर सामने आएगी, बल्कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को भी सही दिशा मिलेगी।

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