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राजगीर नौलखा मंदिर लूट कांड का उद्भेदन, लेकिन आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर

इस अप्रत्याशित घटना ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं, जिसके लिए प्रशासन द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा उपायों पर विचार किया जा रहा है...

राजगीर (नालंदा दर्पण)। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन-धर्म स्थल राजगीर में श्री जैन श्वेताम्बर नौलखा मंदिर (राजगीर नौलखा मंदिर) में हुई सनसनीखेज लूट की घटना का नालंदा पुलिस ने मात्र 6 घंटे में सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया। इस घटना में हथियारबंद लुटेरों ने मंदिर के गार्ड और भंडारी को बंधक बनाकर दान पेटी लूट ली थी और विरोध करने पर गार्ड को धारदार हथियार से गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी जांच के दम पर लूटे गए रुपये और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। जबकि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

बताया जाता है कि बीते 19 मई की रात्रि 2:30 बजे राजगीर थानाध्यक्ष को उनके सरकारी मोबाइल फोन पर सूचना मिली कि श्री जैन श्वेताम्बर नौलखा मंदिर में हथियारबंद लुटेरों ने गार्ड और भंडारी को बंधक बनाकर दान पेटी से नकदी लूट ली है। लुटेरों ने गार्ड के विरोध करने पर उस पर धारदार हथियार से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल गार्ड की पहचान सुजल राम (उम्र 60 वर्ष, पिता स्व. बडू राम, निवासी बड़ी मिल्की, थाना राजगीर, जिला नालंदा) के रूप में हुई।

सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजगीर ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया और तत्काल दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। घायल गार्ड को तुरंत अनुमंडल अस्पताल राजगीर ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया। वर्तमान में सुजल राम का इलाज पटना के रूबन हॉस्पिटल में चल रहा है।

घटना की गंभीरता को देखते हुए नालंदा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। घायल गार्ड के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई और तकनीकी व मानवीय आधार पर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। पुलिस ने घटना के मात्र 6 घंटे के भीतर इस लूट कांड का उद्भेदन कर लिया। इस दौरान लुटेरों द्वारा लूटी गई दान पेटी से नकदी (जिसकी गिनती अभी जारी है) और घटना में प्रयुक्त धारदार हथियार बरामद कर लिया गया।

नालंदा पुलिस ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचनाओं के आधार पर लुटेरों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी जल्द होने की संभावना है।

पुलिस ने कहा कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद मामले में और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। साथ ही घायल गार्ड सुजल राम के स्वास्थ्य पर भी पुलिस और प्रशासन की नजर है। इस घटना ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं, जिसके लिए प्रशासन द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा उपायों पर विचार किया जा रहा है।

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