चंडी (नालंदा दर्पण)। दनियावां-बिहारशरीफ रेलखंड पर जहां कहीं अंडरपास की निर्माण को लेकर हंगामा होते रहा है तो अंडरपास नहीं बनाएं जाने को गुहार लगाई जा रही है। रेलवे अब करें तो क्या? अगर अंडरपास न बनाओ तो फजीहत और बनाओ तो फजीहत।
रेलवे के सामने अब यह समस्या चंडी और थरथरी प्रखंड के कई गांवों के किसानों ने खड़ी कर दी है। वे राजनविगहा के पास प्रस्तावित अंडरपास निर्माण का विरोध कर रहें हैं।
चंडी प्रखंड के राजन विगहा के पास रविवार को रेलवे की ओर से अंडरपास निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी दिखाते हुए निर्माण कार्य रोक दिया।
रेलवे द्वारा राजन बिगहा के नजदीक रेलवे क्रासिंग की जगह अंडर पास निर्माण की योजना है। लेकिन ग्रामीण अपने ही तर्क और जिद पर अड़े हुए हैं।
उनका मानना है कि राजन विगहा रेलवे क्रासिंग मार्ग चंडी और थरथरी प्रखंड को सड़क मार्ग से भी जोड़ता है। जबकि यह मार्ग राजगीर-छबीलापुर से भी जुड़ा हुआ है। इस मार्ग से नियमित दर्जनों सवारी वाहन गुजरते हैं।
ऐसे में अगर अंडरपास बना तो वाहनों के आवागमन पर बाधा पहुंचेगी साथ ही वाहनों पर लदे समान को ले जाने में दिक्कत होगी।ऐसे में अंडर पास निर्माण परेशानी का सबब बन सकता है।
बताते चलें कि रेलवे द्वारा राजन बिगहा गांव के नजदीक रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे क्रॉसिंग को हटाकर अंडर पास का निर्माण होना है, जिससे राजन बिगहा सहित थरथरी और चंडी प्रखंड के सभी वाहनों का नियमित सेवा उस रास्ते होगा।
लेकिन राजन बिगहा, मल बिगहा, जमालपुर, अस्ता, खरजम्मा, सलेमपुर, परसबन्ना, कोयल बिगहा के किसान इस अंडरपास का विरोध कर रहे हैं। किसानों ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है।
किसानों का कहना है अंडर पास बनाए जाने वाले रास्ते से होकर माल लदे वाहन , पुआल वाले वाहन , ट्रक बड़ी बसें, हार्वेस्टर नहीं जा पाएंगे। इससे लोगों को इस तरह के वाहनों को ले जाने के लिए नूरसराय से होकर लाना पड़ेगा जो बहुत ही लंबी दूरी का रास्ता है ।
ग्रामीणों का कहना है कि अंडर पास बनाया जाए और रेलवे क्रॉसिंग भी रहने दिया जाए। लेकिन विभाग रेलवे क्रॉसिंग को हटाकर अंडरपास बनाना चाह रही है।
किसानों का कहना है यह जो अंडरपास बनाई जा रही है जो हमारे खेत से भी 4 फीट नीचे है। जबकि बरसात के दिनों में हमारे खेतों पर भी 2 फीट से 3 फीट पानी जमा रहती है। बरसात के दिनों में इस अंडर पास का इस्तेमाल हम लोग नहीं कर पाएंगे। वाहनों का आवागमन ठप हो जाएगा।
ग्रामीणों ने अंडरपास निर्माण का विरोध करते हुए इसकी सूचना सांसद कौशलेंद्र कुमार को भी दी। सांसद ने किसानों को आश्वासन दिया है कि रेलवे क्रॉसिंग सड़क भी रहेगी और अंडर पास भी बगल में बनाए जाएंगे। वे रेलवे विभाग से बात कर रहें हैं। किसानों की समस्या जल्द सुलझा ली जाएगी।