बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश (PDJ) के पद पर जज अमिताभ चौधरी ने सोमवार को अपना योगदान दिया। पदभार संभालते ही उन्होंने न्यायिक मामलों में तेजी से सुनवाई शुरू की और कई मामलों का निपटारा किया।
योगदान के उपरांत नालंदा जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह, महासचिव दिनेश कुमार, उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने उनके कक्ष में जाकर गुलदस्ता भेंटकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
महासचिव दिनेश कुमार ने बताया कि इस औपचारिक मुलाकात के दौरान प्रधान जिला जज चौधरी ने बार और बेंच के बीच के संबंध को और अधिक मजबूत बनाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि न्यायिक कार्य से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए अधिवक्ता उनसे निःसंकोच संपर्क कर सकते हैं।
जज चौधरी का न्यायिक सेवा में समृद्ध अनुभव रहा है। वर्ष 2018 में उन्होंने एडीजे के रूप में नवगछिया में पहली बार योगदान दिया था। इसके बाद वे मुजफ्फरपुर और बांका में महत्वपूर्ण न्यायिक पदों पर कार्यरत रहे।
उसके बाद पटना हाईकोर्ट में रजिस्ट्रार अपॉइंटमेंट के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद उन्हें नालंदा के प्रधान जिला जज के पद पर नियुक्त किया गया। इससे पूर्व इस पद पर कार्यरत हसमुद्दीन अंसारी 31 दिसंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए।
जज चौधरी ने कहा कि लंबित पुराने मामलों का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने जिला अधिवक्ता संघ के कार्यालय का दौरा कर अधिवक्ताओं के साथ संवाद भी किया।
महासचिव कुमार ने बताया कि जिला जज न्यायिक सेवा में आने से पहले वकालत के पेशे से जुड़े थे और उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी इस पेशे से संबंधित है। अधिवक्ताओं ने उम्मीद जताई कि उनके अनुभव और नेतृत्व में न्यायिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और तेजी आएगी।
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