आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायतों में नालंदा का बरनौसा भी शामिल

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार पंचायती राज विभाग ने 38 जिलों में एक-एक ग्राम पंचायत को आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायत के रूप में चयनित किया है। इनमें से 29 पंचायतों का नेतृत्व महिला जनप्रतिनिधियों के हाथों में है।
सरकार ने न केवल महिलाओं को अधिकार प्रदान किए हैं, बल्कि उन्हें सशक्त और कुशल बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए हैं। इन प्रशिक्षणों में वित्तीय प्रबंधन, ई-ग्राम स्वराज पोर्टल का उपयोग, प्रशासनिक प्रक्रियाएं और सामाजिक नेतृत्व जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
बिहार के 38 जिलों में चयनित ग्राम पंचायतों में से 29 में महिला मुखिया अपने नेतृत्व से समाज में बदलाव ला रही हैं। इनमें वैशाली जिला में मजरोही उर्फ सहारिया पंचायत की मुखिया मंजू कुमारी, मुंगेर जिला में इटवा पंचायत की गीता देवी, पूर्वी चंपारण में गदाहिया पंचायत की आशा देवी, नालंदा जिला में बरनौसा पंचायत की सदया कुमारी, मधेपुरा जिला में मानिकपुर पंचायत की अदिति रानी, कटिहार जिला में रामपुर पंचायत की रानी देवी, पूर्णिया जिला में कुकारौन पश्चिम पंचायत की अफसाना बेगम, शेखपुरा जिला में कसार पंचायत की सुजाता कुमारी, मुजफ्फरपुर जिला में पिलखी गाजापट्टी पंचायत की प्रज्ञा कुमारी, रोहतास जिला में रसुलपुर पंचायत की अनुराधा देवी, सारण जिला में देवधी पंचायत की प्रियंका सिंह, समस्तीपुर जिला में मनियारपुर पंचायत की बेबी कुमारी, खगड़िया जिला में थुठी मोहनपुर पंचायत की प्रीति कुमारी, लखीसराय जिला में नौगढ़ पंचायत की जूली देवी, जहानाबाद जिला में बरवन पंचायत की सिमरान, औरंगाबाद जिला में शमशेरनगर पंचायत की अमृता देवी, नवादा जिला में पुनधर पंचायत की सोना देवी, दरभंगा जिला में मझौलिया पंचायत की ममता देवी, गोपालगंज जिला में बनकीखाल पंचायत की शाहीन खातून, शिवहर जिला में दोस्तीया पंचायत की सुनौना देवी, मधुबनी जिला में बथनाहा पंचायत की नूतन कुमारी, सीवान जिला में पातर पंचायत की संध्या देवी, अरवल जिला में प्यारेचक पंचायत की रानी कुमारी, गया जिला में गरारी पंचायत की पूजा कुमारी, बेगूसराय जिला में पंचभा पंचायत की रीमा देवी, अररिया जिला में खाबडह पंचायत की मनीषा कुमारी, कैमूर जिला में महौट पंचायत की नयनतारा देवी, पटना जिला में धनौरा पंचायत की रानी कुमारी, पश्चिम चंपारण में सेनवरिया पंचायत की ज्योजित श्रीवास्तव शामिल हैं।
शेष जिलों- भोजपुर, भागलपुर, सुपौल, सहरसा, बक्सर, सीतामढ़ी, जमुई और किशनगंज में पुरुष मुखिया नेतृत्व कर रहे हैं।
पंचायती राज विभाग ने इन महिला मुखियाओं को न केवल नेतृत्व का अवसर प्रदान किया है, बल्कि उन्हें प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए प्रशिक्षित भी कर रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रमों में वित्तीय प्रबंधन- पंचायतों के बजट और संसाधनों के प्रबंधन में पारदर्शिता और दक्षता, ई-ग्राम स्वराज पोर्टल- डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से योजनाओं और परियोजनाओं का प्रबंधन, प्रशासनिक प्रक्रियाएं- ग्राम पंचायतों के दैनिक कार्यों और नीतिगत निर्णयों में सहायता और सामाजिक नेतृत्व- सामुदायिक समस्याओं का समाधान और सामाजिक बदलाव के लिए नेतृत्व कौशल शामिल हैं।
इन 29 महिला मुखियाओं का नेतृत्व बिहार में महिला सशक्तिकरण का एक मजबूत उदाहरण है। ये महिलाएं न केवल अपनी पंचायतों में विकास कार्यों को गति दे रही हैं, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रही हैं।