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    Monday, February 17, 2025
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      थाना में शराब को लेकर बवाल, SHO ने SI को जड़ा थप्पड़, कांप उठा पुलिस महकमा !

      बिहार पुलिस विभाग में इस तरह की घटनाएं घोर अनुशासनहीनता को दर्शाती हैं। अगर थाना प्रभारी की हरकत अनुचित साबित होती है तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो सकती है। वहीं वर्दी में शराब पीने के मामले की पुष्टि होने के बाद सब इंसपेक्टर का भी नपना तय माना जा रहा है

      पटना (नालंदा दर्पण)। बिहार के बाढ़ अनुमंडल के सम्यागढ़ थाना में बीती देर रात एक अप्रत्याशित घटना सामने आई है। थाना प्रभारी (SHO) अनोज कुमार पाठक और सब-इंस्पेक्टर (SI) छोटेलाल कुमार के बीच मारपीट हो गई। थाना प्रभारी पर आरोप है कि उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों के सामने सब-इंस्पेक्टर को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद थाने में तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया।

      दरअसल बीती रविवार की रात सब-इंस्पेक्टर छोटेलाल कुमार नाइट ड्यूटी के लिए थाना पहुंचे थे। थाना प्रभारी ने उन पर शराब पीने का आरोप लगाया। आरोप की पुष्टि के लिए ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट कराया गया, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बावजूद दोनों के बीच कहासुनी बढ़ गई। गुस्से में थाना प्रभारी ने सब-इंस्पेक्टर को थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ की वजह से सब-इंस्पेक्टर का चश्मा टूट गया और चेहरे पर चोट के निशान आ गए।

      घायल सब-इंस्पेक्टर छोटेलाल कुमार 2019 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। घटना के बाद उन्होंने घोसवरी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया और चोट का मेडिकल परीक्षण भी करवाया।

      इस संबंध में थाना प्रभारी अनोज कुमार पाठक का कहना है कि सब-इंस्पेक्टर छोटेलाल पर पहले से ही शराब पीने की शिकायतें मिल रही थीं। उन्होंने छोटेलाल को वर्दी में थाना के बाहर सिगरेट पीते देखा। जिससे उन्हें शक हुआ। इसी वजह से उन्होंने यह कार्रवाई की।

      वहीं मौके पर मौजूद कांस्टेबल गुंजन कुमार और सब-इंस्पेक्टर विश्वजीत बन्धु ने घटना की पुष्टि की है। वहीं, घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी एम के पासवान ने बताया कि विवाद के दौरान माहौल काफी गर्म हो गया था।

      इस घटना के बाद सब-इंस्पेक्टर छोटेलाल कुमार ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की है और मामले की जांच की मांग की है। पुलिस विभाग में इस घटना को लेकर खलबली मच गई है। घटना के बाद स्थानीय लोग और पुलिस विभाग के सदस्य दोनों ही हैरान हैं। इस घटना ने न केवल पुलिस विभाग की छवि को धूमिल किया है, बल्कि अनुशासन और आपसी सम्मान की कमी को भी उजागर किया है।

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