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    Wednesday, October 9, 2024
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      Cleanliness campaign: पइन, नदी और सड़क किनारे फेंका जा रहा गांव से शहर तक का कचड़ा

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। कहने को तो पूरे नालंदा जिले में भारत स्वच्छता अभियान (Cleanliness campaign) तेजी से चल रहा है। शहर से लेकर नगर निकायों व पंचायतों में भी यह अभियान चरम पर है। इसके माध्यम से बड़ी मात्रा में कूड़ा-कचरा प्रतिदिन जमा हो रहा है। इस कूड़े-कचरे का निपटारा नहीं होने से यह सिरदर्द बनता जा रहा है।

      कूड़े-कचरे को जहां-तहां डंप किया जा रहा है। जहां खाली जमीन मिल रहा है, वहीं कूड़े-कचरे को फेंका जा रहा है। नदी किनारे, तालाब किनारे, सड़क किनारे इस कूड़े-कचरे को फेंक दिये जाने नदी, तालाब व पइन का अस्तित्व मिटता जा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी तो लोगों को तब होगी, जब बरसात का मौसम आएगा तो बारिश के पानी में इन कूड़े-कचरे के ढ़ेर से निकलने वाली बदबू लोगों को जीना मुहाल कर देगी।

      बारिश से कचरे के ढ़ेर से निकली बदबू करेगी परेशानः शहर से लेकर गांव तक प्रतिदिन जमा हो रहे कूड़े-कचरे के ढेर से बारिश होने पर निकलने वाली लोगों को परेशान कर देगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए अभी से ही शहर से लेकर गांव तक के लोग परेशान हैं।

      ग्रामीण तो इस बात से भी परेशान हैं कि पइन, तालाब के कूड़ा-कचरा से भर जाने से उसका अस्तित्व भी धीरे-धीरे मिट जाएगा। इससे उनके समक्ष अन्य प्रकार की कई गंभीर समस्याएं भी उत्पन्न हो जाएंगी। निकट भविष्य में इस समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में यह समस्या विकराल रूप धारण कर सकती है।

      बिहारशरीफ से प्रतिदिन निकलता है करीब 80 टन कूड़ाः केबल बिहारशरीफ शहर से प्रतिदिन करीब 70 से 80 टन कचरा निकल रहा है। अब तक स्मार्ट सिटी शहर में प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े-कचरे के निष्पादन की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है।

      इसके कारण शुरुआत में सड़क किनारे स्थित पइन में, कभी बड़ी पहाड़ी के पीछे, तो कभी एनएच-31 के किनारे, तो अभी पंचाने नदी के किनारे शहर से निकलने वाले कचरे को डंप किया जा रहा है। कचरा निस्तारण केंद्र की अबतक व्यवस्था नहीं हो पायी है।

      इसी प्रकार की स्थिति जिले के अन्य नगर निकायों, पंचायतों के गांवों में भी है। गांवों में कचरा निपटान केंद्र खोले गए हैं। गांवों में खोले गए कचरा निपटान केंद्र भी कचरा से पूरी तरह भर गए हैं। इसकी वजह से गांवों से निकलने वाले कूड़े-कचरे को अब जहां-तहां डंप किया जा रहा है।

      कचरा निपटान केंद्र भर जाने के कारण अब कूड़ा-कचरा सड़क किनारे फेंका जा रहा है। इसी तरह की स्थिति सभी जगह की है। इसके कारण शहर से लेकर गांव तक प्रतिदिन जमा हो रहे कचरे को डंप करना मुश्किल होता जा रहा है।

      प्रस्ताव पर नहीं मिला है स्वीकृतिः नगर निगम बिहारशरीफ सिटी मैनेजर विनय रंजन के अनुसार कूड़ा निष्पादन केंद्र की स्थापना के लिए प्रस्ताव विभाग को काफी पहले भेजा गया है। विभाग से स्वीकृति मिलने का इंतजार है। विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

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