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 नालंदा में डेंगू की दस्तकः चंडी रहुई, थरथरी एवं परवलपुर प्रखंड क्षेत्र में मिले 5 मरीज

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। इन दिनों बरसात के मौसम में आम लोगों के बीच जल एवं मच्छरजनित रोगों का आक्रमण बढ़ गया है। इसी बीच डेंगू मच्छर डंक मारना शुरू कर दिया है। जिले में डेंगू के पांच रोगी चिंहित हो चुके हैं। इसीलिए डेंगू के डंक से बचने के लिए लोगों को सावधान रहने और एहितायत बरतने की जरुरत है। जरा सी लापरवाही बरती गयी तो डेंगू की चपेट में आकर बीमार पड़ सकते हैं।

हालांकि जिले में डेंगू के दस्तक देने के बाद से जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। जिन प्रखंडों में रोगी चिंहित हुए हैं। वहां के पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अलर्ट कर दिया गया है। विभिन्न प्रखंडों में रोगी हुए चिह्नितः जिले के चंडी रहुई, थरथरी व परवलपुर प्रखंडों में हाल के दिनों में एक-एक रोगी चिंहित हुए हैं।

हाल के दिनों में थरथरी प्रखंड के कझियावां में एक रोगी, परवलपुर के बसीमपुर, रहुई के धमौलीडीह व हुसैनपुर में एक-एक रोगी चिंहित हुए हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग को एनएमसीएच, पटना से चार रोगी प्रतिवेदित होने से संबंधित लाइन लिस्टिंग प्राप्त हुई है। जबिक एक रोगी से संबंधित मेदांता हॉस्पीटल, पटना से रिपोर्ट प्राप्त हुई है। उक्त रोगियों का पटना में ही इलाज चल रहा है।

इसके पहले चंडी प्रखंड में एक रोगी चिंहित हुआ था। चंडी के मरीज पटना में रहता है। रहुई हुसैनपुर का मरीज भी परिवार के साथ पटना में ही रहता है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने उक्त पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अलर्ट करते हुए निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्रों में डेंगू – चिकनगुनिया के संदिग्ध मरीजों पर नजर रखें। यदि कहीं संदिग्ध रोगी मिलते हैं तो उसके ब्लड सिरम लेकर डेंगू एलाइजा टेस्ट के लिए सदर अस्पताल भेजें।

जिला मलेरिया निरीक्षक के अनुसार सदर अस्पताल में डेंगू कंफर्म जांच के लिए इलीसा रीडर मशीन लगी हुई है। यहाँ पर संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपलों की जांच शुरू हो गयी है। सदर अस्पताल में लगी इलीसा रीडर मशीन में 16 सैंपलों की जांच में एक भी डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।

वहीं डीएमओ समेत दो डॉक्टर हुए पटना में ट्रेंड किए गए हैं। डीएमओ डॉ. राम मोहन सहाय के अलावा सदर अस्पताल के डॉ. महेंद्र कुमार मास्टर ट्रेनर के रूप में ट्रेंड हुए हैं। इसके अलावा एलटी के रूप में प्रमोद कुमार व एक अन्य आरएमआरआई, पटना में प्रशिक्षि हुए हैं। उक्त प्रशिक्षित लोग क्रमशः जिले के अन्य डॉक्टर एवं एलटी को प्रशिक्षित करेंगे।

थरथरी के कनियावां गांव में की गयी टेक्निकल मालाथियॉन नामक दवा की फॉगिंगः उधर डीएमओ डॉ. राम मोहन सहाय के निर्देश के आलोक में थरथरी प्रखंड के कझियावां गांव में टेक्निकल मालाथियॉन नामक दवा की फॉगिंग थरथरी पीएचसी के छिड़काव दल के द्वारा की गयी है।

साथ ही लोगों से अपील की गयी है कि घरों के पास जलजमाव नहीं होने दें। तेज बुखार, जोड़ों में दर्द आदि की शिकायत हो तो तुरंत इसकी जांच निकट के पीएचसी में जाकर करायें, ताकि समय पर जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सा सेवा शुरू की जा सके। जिले के सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक में अलग से डेंगू वार्ड की व्यवस्था की गयी है।

वहीं सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल अवश्य करें। क्योंकि डेंगू मच्छर दिन में भी पूरी तरह से सक्रिय रहता है। घरों की छतों पर पानी का जमाव नहीं होने दें। कूलर, गमलों के पानी का नियमित रूप से बदलाव करते रहें। हर बुखार डेंगू नहीं होता है। पर तेज बुखार होने पर इसकी जांच अवश्य करायें।

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