बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। सर! यहां नालंदा डीपीओ स्थापना के स्तर से सरकारी स्कूलों में बेंच-डेस्क की आपूर्ति में बारी वित्तीय अनियमितता बरती गयी है। इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाएं। बीते दिन दैनिक जनता दरबार में एक आवेदक की उक्त शिकायत सुनते ही जिलाधिकारी (डीएम) भी सन्न रह गए।
दरअसल नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर बिहारशरीफ समाहणालय में दैनिक जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुन कर उन समस्याओं के निदान के लिए संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे।
खबरों के अनुसार इसी बीच एक आवेदक द्वारा जिले के सरकारी स्कूलों में निर्गत कार्यादेश के अनुसार बेंच-डेस्क की आपूर्ति किए जाने की अनुमति प्रदान करने एवं शेष बकाया राशि भुगतान करने की शिकायत दर्ज करवाई।
आवेदक ने जनता दरबार में डीएम को यह भी बताया कि जिले के सरकारी स्कूलों में बेंच-डेस्क की आपूर्ति में डीपीओ स्थापना के स्तर से भारी वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार बरती गई है। इसकी जांच करवाई जाए।
इसके बाद डीएम ने जिला निगरानी धावा दल के माध्यम से जांच कराने के लिए विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा को निर्देश दिया। इस निर्देश से फिलहाल जिला शिक्षा महकमा में हड़कंप मच गया है।
कहते हैं कि यदि सही में इस मामले की जांच हो गई तो सरकारी स्कूलों में बेंच-डेस्क की खरीद में एक बड़ा घपला का उजागर होना तय है। यह घोटाला किस स्तर पर बरती गयी है, इसका खुलासा तो निष्पक्ष जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
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