“नालंदा में यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व नगरनौसा और रहूई में भी कस्टडी के दौरान बंदी की मौत हो चुकी है। तो वहीं नगरनौसा के तत्कालीन थानाध्यक्ष बंदी के मौत के बाद हत्या के आरोप में अब भी सलाखों के पीछे हैं…
नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिला अंतर्गत तेल्हाड़ा थाना की हाजत में रविवार रात एक बंदी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पुलिस सुबह ही शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंच गई।
परिजनों को जानकारी मिली तो तेल्हाड़ा थाना पहुंच गए। थाना के सामने जमकर हंगामा करने लगें। आसपास के कई गांवों के लोग भी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगें।
इस दौरान लोगों ने एकंगरसराय-जहानाबाद मार्ग को जाम कर दिया। ग्रामीण पीट-पीटकर अधेड़ की हत्या करने का आरोप लगा रहे थे। मृतक की पहचान चिकसौरा थाना क्षेत्र के कोरावां-दलालपुर गांव निवासी उद्दी यादव के 40 वर्षीय पुत्र कृष्ण प्रसाद उर्फ पहलू यादव के रूप में की गयी है।
ग्रामीणों ने थाना का घेराव कर दिया। हंगामे के कारण अधिकारियों समेत सभी पुलिसकर्मी गेट में ताला लगाकर थाना के अंदर बंद हो गये। ग्रामीणों ने थाना के पास एनएच-33 को आठ घंटे तक जाम रखा।
परिजनों ने आरोप लगाया कि 17 जनवरी, मंगलवार की रात पुलिस उसे और उसके भतीजे मिट्ठू को घर से उठाकर ले गयी थी। पुलिस उप सरपंच पति ललित यादव की हत्या के मामले में पूछताछ करने की बात बता रही थी। रविवार को रुपये लेकर मिट्ठू को छोड़ दिया गया। वहीं, कृष्ण की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी।
पुलिस की मानें तो अधेड़ ने कंप्यूटर रूम में खुद से फांसी लगा खुदकुशी कर लिया था। हंगामे की सूचना पाकर एसडीओ, डीएसपी, बीडीओ, सीओ समेत कई थानों की पुलिस तेल्हाड़ा पहुंच गयी। काफी समझाने के बाद लोग शांत हुए।
एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि एसडीओ व डीएसपी की जांच रिपोर्ट के बाद थानाध्यक्ष मुकेश कुमार और ओडी अधिकारी विजय कुमार उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनायी गयी है। वहीं पोस्टमार्टम के लिए भी बोर्ड का गठन किया गया है।
पुलिस की मानें तो अधेड़ ने कंप्यूटर रूम में खुद से फांसी लगा खुदकुशी कर लिया था। जो थाने में लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गया है। हालांकि पुलिस सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करने से परहेज कर रही है।