नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में प्रतिबंधित शराब बरामद होनी आम बात है। यहाँ खेत-खलिहान तक शराब बरामद होते रहती है।
इधर सरकार ने शराब कारोबारी की खुफियागिरी करने का काम सरकारी स्कूल के शिक्षकों को सौंपा है, लेकिन अब स्कूल में शिक्षक पढ़ाने की जगह शराब का अड्डा बनवा रहे हैं।
खबर है कि हिलसा प्रखंड के सरकारी स्कूल में ही शराब का धंधा चल रहा था। हिलसा पुलिस द्वारा छापामारी अभियान चलाकर प्राथमिक विद्यालय धरमपुर के परिसर से भारी मात्रा में आधे बने शराब को जब्त किया गया है। हालांकि पुलिस की इस रेड के दौरान शराब कारोबारी फरार हो गए।
स्थानीय पुलिस के अनुसार इस संबंध में स्कूल के शिक्षक द्वारा कभी सूचना नहीं दी गई है। उस गांव के निवासियों के गुप्त सूचना पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की गयी। धंधेबाज को पहचान कर फिलहाल मामला दर्ज किया जा रहा है।
ग्रामीणों की मानें तो इस स्कूल में शिक्षक कभी कभार आते हैं। ज्यादातर स्कूल बन्द ही रहता है, जिसका फायदा शराब कारोबारी उठा रहे हैं। स्कूल हमेशा बंद होने के कारण शराब कारोबारी उसमें महुआ घोल को छिपाकर रखने का काम करते थे।
इतना ही नहीं शाम को शराब बिक्री और शराबियों का झुंड इसी स्कूल परिसर में इक्कठा होते थे। उन्होंने कहा कि अगर स्कूल प्रतिदिन खुले तो शराब कारोबारियों की इतनी हिम्मत नहीं कि स्कूल कैम्पस में शराब का कारोबार कर सके।
स्कूल में शराब की निर्माण-बिक्री होने के कारण वहां के निवासियों को काफी दिक्कत होती थी ,इसलिए वहां के लोगों में आक्रोश उभर रहा था। ग्रामीणों को पता चलने और दिक्कत होने के बाद उन्होंने थाने में जाकर शिकायत किया।
ग्रामीणों के द्वारा दी गई गुप्त सूचना पर पुलिस ने छापेमारी करते हुए स्कूल से और विनिर्मित शराब बरामद किया गया है। फिलहाल पुलिस धंधेबाजो की पहचान करने में जुटी है।