बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में अप्रैल माह के तीसरे सप्ताह में ही गर्मी ने प्रचंड रूप ले लिया है। यहां का अधिकतम तापमान 42 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
इस दौरान लोग भीषण गर्मी के कहर से बेहाल हैं। दिनभर तपन बनी रहती है और लोग परेशान नजर आते हैं। अमूमन मई से गर्मी का प्रकोप देखने को मिलता है, लेकिन इस बार तो अप्रैल में ही गर्मी ने भीषण रूप दिखाना शुरू कर दिया है।
तेज धूप और गर्मी के चलते लोगों को तरह तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। तेज धूप से बचने के लिए लोग घरों में दुबके हैं। रोजमर्रा के काम करने वाले भी दोपहर में पेड़ के पास छाया देखकर आराम करने में ही अपनी भलाई समझते हैं।
लोगों का बाजारों में गन्ने के जूस, नींबू पानी, जूस की दुकानों पर शीतल पेय का सेवन कर गर्मी से राहत पाने का प्रयास बढ़ गया है। शहर के चौक-चौराहे पर शीतल पेय पदार्थों की दुकानें सजी हुई हैं।
गर्मी से राहत पाने के लिए शीतल पेय की मांग बढ़ गयी है। गन्ने के जूस, कुल्फी और मौसमी फलों के जूस की बिक्री बढ़ गयी है।
इसके अलावा धूप से बचने के लिए गमछों की बिक्री भी बढ़ी है। धूप चश्मा, टोपी की बिक्री में भी इजाफा हुआ है। ककड़ी, खीरा, तरबूज, मिट्टी के घड़े आदि की डिमांड बढ़ी हुई है।
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