बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नयी शिक्षा नीति 2020 की अवधारणा को साकार करने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के द्वारा पीएमश्री विद्यालय योजना की शुरुआत नालंदा जिले में भी होने जा रही है।
शुरुआत में जिले के सभी 20 प्रखंडों में एक प्रारंभिक तथा एक माध्यमिक स्कूल को इस योजना के तहत चयन कर इसे उन्नत किया जायेगा। इसके लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्थित सरकारी स्कूलों से ऑनलाइन चैलेंज पोर्टल पर आवेदन लिये जायेंगे।
स्कूल के द्वारा यू-डाइस प्लस पोर्टल पर उपलब्ध कराये गये आंकड़े के आधार पर स्कूल की पात्रता सुनिश्चित की जायेगी। आवेदन के बाद स्कूलों का सत्यापन 23 मई तक जिला स्तर पर सुनिश्चित किया जायेगा।
इसके लिए चयनित स्कूल के पास भवन निर्माण के लिए भूखंड की उपलब्धता भी अवश्य होनी चाहिए। स्कूल का भौतिक रूप से भी आदर्श रूप में स्थित होना अनिवार्य है।
अनुश्रवण समिति का गठनः प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर पर तथा जिला स्तर पर अनुश्रवण समिति का गठन किया गया है। जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष जिला पदाधिकारी होंगे, जबकि जिला शिक्षा पदाधिकारी सदस्य सचिव के रूप में कार्य करेंगे।
सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी इस योजना के नोडल पदाधिकारी होंगे। स्कूल के द्वारा पोर्टल पर किये गये आवेदन के प्रत्येक मानक के लिए निर्धारित अंकों के आधार पर स्कूल का चयन पीएमश्री योजना के तहत किया जायेगा।
पीएमश्री विद्यालय में मिलेगी उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा: पीएमश्री योजना के लिए चयनित स्कूलों को आधुनिक ढंग से उन्नत बनाया जायेगा। इन स्कूलों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा को समानता व न्याय संगत एवं आनंदमय वातावरण में प्रदान किया जा सकेगा।
स्कूल में बच्चों को उनकी दक्षता के अनुरूप चाइल्ड पैडागॉजी आधारित पाठ्यक्रम से शिक्षण कार्य संचालित किया जायेगा। यह स्कूल अपने क्षेत्र के अन्य स्कूलों के लिए आदर्श स्कूल के रूप में परिभाषित होगा।
पीएमश्री स्कूलों में गुणवत्ता एवं मूल्यांकन फ्रेमवर्क भी विकसित किये जायेंगे। इसके माध्यम से बच्चों की दक्षता एवं शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जायेगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा स्कूल: पीएमश्री योजना तहत संचालित स्कूल तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इन स्कूलों में आधुनिक कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब तथा समृद्ध पुस्तकालय से सुसज्जित होंगे।
इन स्कूलों में बच्चों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यहां बच्चों को रोजगारपरक संभावनाओं के लिए तैयार किया जायेगा। इन स्कूलों में आधुनिक रूप से प्रयोगात्मक, समेकित, खेल आधारित खोज आधारित, जिज्ञासा आधारित तथा चर्चा आधारित शिक्षण व्यवस्था होगी।
हरित ऊर्जा से परिपूर्ण होगा पीएमश्री विद्यालयः केंद्र सरकार के द्वारा पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना एक प्रकार से सरकारी स्कूलों को पूर्ण रूप से आधुनिक स्वरूप प्रदान करने वाली योजना है।
यह केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। वेशक नयी शिक्षा की अवधारणा को पूर्ण करने में पीएमश्री स्कूल योजना काफी उपयोगी साबित होगी। पीएमश्री स्कूलों में हरित ऊर्जा का विकास कर इसे विशेष रूप से बढ़ावा मिलेगा।
इन स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस एवं द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त आदि अवधारणाओं को विकसित किया जायेगा। इससे यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी शुरू से ही पर्यावरण के प्रति सचेत और जागरूक रहेंगे।
अब केके पाठक ने लिया सीधे चुनाव आयोग से पंगा
अब सरकारी स्कूलों के कक्षा नौवीं में आसान हुआ नामांकन
गर्मी की छुट्टी में शिक्षकों के साथ बच्चों को भी मिलेगा कड़ा टास्क
बिहार को मिले 702 महिलाओं समेत 1903 नए पुलिस एसआइ
जानें डिग्री कॉलेजों में कब से कैसे शुरु होंगे पार्ट-2 और पार्ट-3 की परीक्षा