बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने प्राथमिक शिक्षा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कक्षा 1 में बच्चों के नामांकन के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता को शिथिल कर दिया है। यह निर्णय उन बच्चों के लिए राहत भरा है, जिनके पास आधार कार्ड की अनुपलब्धता के कारण स्कूल में दाखिला नहीं हो पा रहा था।
बिहार प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी पत्र (पत्रांक: 07/विविध-3/2021, दिनांक 27/06/2025) के अनुसार समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर बच्चों के नामांकन में आधार कार्ड की अनिवार्यता के कारण कई पात्र बच्चे कक्षा 1 में दाखिला लेने से वंचित हो रहे हैं। विशेष रूप से ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा था।
इसे ध्यान में रखते हुए, शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 में नामांकन के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता को तत्काल प्रभाव से हटाने का फैसला किया है। इस निर्णय का उद्देश्य अधिक से अधिक बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के दायरे में लाना और नामांकन प्रक्रिया को सरल बनाना है।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जारी निर्देश में कहा गया है कि 6 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी बच्चों का नामांकन स्कूलों में सुनिश्चित किया जाए। साथ ही इन बच्चों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर पंजीकृत करना अनिवार्य होगा। हालांकि कक्षा 2 और उससे ऊपरी कक्षाओं के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता पूर्ववत लागू रहेगी।
नामांकन में आधार की अनिवार्यता हटाने के साथ-साथ सरकार ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि बच्चों को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए समय-समय पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जाए। इन शिविरों के माध्यम से उन बच्चों को आधार कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। जिनके पास अभी तक यह सुविधा नहीं है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।



