राजगीर श्रावणी मेला की तैयारी जोरों पर, 41 लाख में हुई बंदोबस्ती

राजगीर (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के राजगीर में आगामी 11 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावणी मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। यह मेला न केवल राजगीर की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का प्रतीक है, बल्कि यह देश भर से आने वाले कांवरिया श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी है।
देवघर से बाबा बैद्यनाथ के दर्शन कर लौटने वाले अधिकांश कांवरिया राजगीर के प्रसिद्ध गर्म जल कुंडों और झरनों में स्नान कर अपनी थकान मिटाते हैं। इस बार मेले को और भी व्यवस्थित और यादगार बनाने के लिए राजगीर नगर परिषद ने व्यापक योजनाएं तैयार की हैं।
नगर परिषद द्वारा खुली डाक के माध्यम से श्रावणी मेले की बंदोबस्ती की प्रक्रिया संपन्न हुई। इस वर्ष मेला प्रबंधन का जिम्मा राकेश कुमार उर्फ छोटू यादव को 41,03,500 रुपये की राशि में सौंपा गया है। यह राशि मेले के सुचारू संचालन और विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए उपयोग की जाएगी। नगर परिषद ने इस बार मेले को पहले से अधिक सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने का लक्ष्य रखा है।
मेले के दौरान कांवरियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इसके लिए निम्नलिखित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं-
स्वच्छ पेयजल और स्नानगृह: श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था और स्नानगृहों का निर्माण किया जाएगा। गर्म जल कुंडों के आसपास विशेष सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
मोबाइल शौचालय: मेले के विभिन्न स्थानों पर मोबाइल शौचालय स्थापित किए जाएंगे ताकि स्वच्छता बनी रहे।
प्रकाश और साफ-सफाई: मेला क्षेत्र में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और नियमित सफाई का प्रबंध किया गया है।
सुरक्षा व्यवस्था: मेला क्षेत्र में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ताकि विधि-व्यवस्था और भीड़ पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। इसके अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी सुनिश्चित की जाएगी।
पार्किंग और यातायात नियंत्रण: कांवरियों और आगंतुकों की सुविधा के लिए व्यवस्थित पार्किंग और यातायात नियंत्रण की योजना बनाई गई है।
चिकित्सा सुविधाएं: प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और मेडिकल कैंप स्थापित किए जाएंगे। आपात स्थिति के लिए एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध रहेगी।
सूचना केंद्र और घोषणा प्रणाली: श्रद्धालुओं को जानकारी प्रदान करने के लिए सूचना केंद्र स्थापित किए जाएंगे। साथ ही घोषणा प्रणाली के माध्यम से महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रसारित की जाएंगी।
मेला नियंत्रण कक्ष: मेले के संचालन और समन्वय के लिए एक केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि सभी संबंधित विभागों के सहयोग से श्रावणी मेले को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और यादगार बनाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला राजगीर की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग है। हमारा लक्ष्य श्रद्धालुओं को एक बेहतर अनुभव प्रदान करना है। ताकि वे इस मेले को हमेशा याद रखें।
बता दें कि राजगीर का श्रावणी मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी प्रदर्शित करता है। गर्म जल कुंडों में स्नान और प्राकृतिक झरनों का आनंद लेने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आते हैं। इस मेले के दौरान राजगीर का माहौल भक्ति और उत्साह से सराबोर हो जाता है।