चंडी (नालंदा दर्पण )। चंडी थाना क्षेत्र के रुखाई में शुक्रवार को एक महादलित की हत्या और उसके घर को आग के हवाले कर दिए जाने की घटना को लेकर भाकपा माले ने पीड़ित परिजन से शनिवार को मुलाकात की। टीम ने घटना का जायजा लिया और शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया।
भाकपा माले टीम के नेता सुखनंदन पासवान ने कहा कि सिर्फ दो हजार रुपए के लिए रंजीत मांझी को मौत के घाट उतार दिया गया। इतना ही नहीं दबंगों ने उसके घर को आग के हवाले कर दिया। महादलितों के बीच दहशत फैला हुआ है।
उन्होंने कहा कि आज भी सामंतवादी व्यवस्था दिख रही है। भाकपा माले इस घटना की कड़ी निन्दा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करतीं है।
टीम में शामिल भाकपा माले के युवा संगठन इंकलाबी नौजवान सभा नालंदा जिला अध्यक्ष कॉमरेड विरेश कुमार ने कहा कि रंजीत मांझी की निर्मम हत्या दो हजार रुपये के चलते कर दिया गया, यह हत्या सिर्फ रंजीत मांझी की हत्या नहीं है। यह पूरे पुलिस प्रशासन व सिस्टम की हत्या है।
उन्होंने कहा कि चंडी में हत्यारों का राज चल रहा है। आएं दिन चंडी में महादलितों की हत्या हो रहीं है। बहादुरपुर में भी इसी तरह पीट पीट कर एक महादलित की हत्या कर दी गई थी। अब रूखाई की घटना ने पुलिस-प्रशासन पर प्रश्न खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जबसे बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार बनी है, तब से बिहार में सामंतवादियों के निशाने पर दलित-महादलित हैं, चारो तरफ कोहराम मचा हुआ है पर सरकार चुप्पी साधे हुए है।
भाकपा माले की टीम ने इस नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करते हुए सरकार व पुलिस, प्रशासन से मृतक रंजीत मांझी के हत्यारे को तुरंत गिरफ्तार करने, रंजीत मांझी के विधवा को पेंशन एवं 10 लाख रुपया मुआवजा एवं उसके उसके बच्चों को सरकारी खर्चे पर पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था की मांग की है।
भाकपा माले ने ऐलान किया है कि यदि शीघ्र हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो चंडी में सड़क जाम भी किया जाएगा।