नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। यह तस्वीर नगरनौसा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रेमन बिगहा की है। स्कूली बच्चे मिड डे मिल का भोजन लिए बैठे हैं। वे सारे हाथ में एक-एक केला भी पकड़े हुए हैं। उनके ठीक बीच एक व्यक्ति जूता पहनकर फोटो चहलकदमी करते हुए फोटो खिंचवा रहा है।
यह व्यक्ति स्कूल का शिक्षक है, विभागीय निरीक्षक है या फिर मिल सप्लायर एकता शक्ति फाऊंडेशन का कोई कर्मी? जो कोई भी हो, उसकी सोशल ब्रांडिंग की जाहिलता पर तरस आता है। उसमें इतनी भी समझ नहीं है कि खुले भोजन के बीच जूता पहनकर घूमना इस बरसात के मौसम में गंभीर संक्रमण को जन्म दे सकता है। बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। लेकिन आज के सोशल मीडिया में दांत निपोरने की लालसा ऐसे लोगों की बुद्धि भ्रष्ट किए हुए है।
दरअसल, नगरनौसा प्रखंड के रामघाट महमदपुर एकता शक्ति फाउंडेशन से नगरनौसा व चंडी के कुल 209 विधालयों में बना-बनाया भोजन की सप्लाई करती है। उसकी गुणवत्ता हमेशा जांच का विषय रही है। लेकिन उसकी छद्म दिखावा की पुष्टि भोजन के साथ हाथ में केला उठाए से साफ स्पष्ट करती है। यह कारामात एकता शक्ति फाउंडेशन के मैनेजर शशांक शेखर का बताया जाता है।
यहाँ के जिम्मेवार विभागीय अफसर एकता शक्ति फाउंडेशन के क्रिया कलापों से मुंह फेरे रहते हैं, क्योंकि यह फाउंडेशन सत्तारुढ़ जदयू के स्थानीय हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह के आवास के बगल में उन्हीं की जमीन पर खड़ा है।
- बिहारशरीफ के प्रख्यात चिकित्सक डॉ श्याम नारायण के सुपुत्र कनिष्क एम्स गोरखपुर में प्राध्यापक बने
- 20 अगस्त तक बकाया चावल जमा नहीं करने वाले पैक्सों/व्यापार मंडल पर दर्ज होगी प्राथमिकी
- हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल में नवजात बच्ची के मौत के बाद परिजनों का हंगामा, जांच में जुटी पुलिस
- सीबीआई के हत्थे चढ़े बिहारशरीफ के आयकर अधिकारी, 10 हजार घूस मांगने का आरोप
- बिहार शरीफ सदर अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने महिला के पेट से निकला 10 किलो का सिस्ट, कई माह से परेशान थी वृद्धा