योगीपुर मठ जमीन विवाद: शिक्षक की पीट-पीटकर हत्या, तमाशबीन बनी पुलिस

हिलसा (नालंदा दर्पण)। हिलसा थाना क्षेत्र के योगीपुर मठ की जमीन पर कब्जे को लेकर चल रहे विवाद ने एक शिक्षक की जान ले ली। इस मामले में पूर्व मुखिया और उनके सहयोगियों पर लाठी से पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगा है। घटना के दौरान योगीपुर चौकी की पुलिस मूकदर्शक बनी रही, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
घटना पांच दिन पहले शनिवार सुबह करीब 9 बजे की है। योगीपुर पंचायत के पूर्व मुखिया दिनेश प्रसाद अपने सहयोगियों के साथ मठ की विवादित जमीन पर पीलर गाड़ रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर पटेल नगर निवासी वीरेंद्र प्रसाद के 42 वर्षीय पुत्र रॉबिन कुमार, जो पेशे से शिक्षक थे, जमीन के कागजात लेकर मौके पर पहुंचे।
आरोप है कि वहां पहले से मौजूद पूर्व मुखिया और उनके सहयोगियों ने रॉबिन को घेर लिया और लाठी-डंडों से उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। हमलावरों ने रॉबिन को मृत समझकर मौके से फरार हो गए।
फिर ग्रामीणों की मदद से गंभीर रूप से जख्मी रॉबिन को हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया। बीती रात पटना के एक निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान रॉबिन ने दम तोड़ दिया।
रॉबिन की मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। मृतक की पत्नी स्थानीय वार्ड सदस्य हैं, जबकि उनके चाचा लंबे समय तक पंचायत के मुखिया रहे हैं। रॉबिन हिलसा प्रखंड के पूना नोनिया बिगहा मध्य विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। वह अपने पीछे पिता, पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि घटनास्थल योगीपुर चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर था। इसके बावजूद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने न तो हमलावरों को रोकने की कोशिश की और न ही बीच-बचाव का प्रयास किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर तमाशबीन बनने का गंभीर आरोप लगाया है।
बता दें कि योगीपुर बाजार के समीप महेशपुर रोड पर स्थित मठ की पांच कट्ठा जमीन पर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस जमीन पर तीन पक्षों- रॉबिन कुमार, पूर्व मुखिया दिनेश प्रसाद और महेशपुर निवासी ब्रजेश कुमार- का दावा था।
पिछले साल भी इसी जमीन को लेकर रॉबिन और ब्रजेश के बीच मारपीट और मुकदमेबाजी हो चुकी थी। जिसके बाद ब्रजेश को पीछे हटना पड़ा था। मामला अभी न्यायालय में लंबित है। इस बार विवाद रॉबिन और दिनेश प्रसाद के बीच हुआ, जो रॉबिन की जान लेने वाला साबित हुआ।
हिलसा थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि मृतक के पिता वीरेंद्र प्रसाद ने पूर्व मुखिया दिनेश प्रसाद, उनके पुत्र नीतीश कुमार समेत चार लोगों को नामजद और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने अग्रेतर कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण ही यह घटना इतनी भयावह हो गई।
बहरहाल, इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप किया होता, तो शायद रॉबिन की जान बचाई जा सकती थी। यह घटना न केवल जमीन विवाद की गंभीरता को उजागर करती है, बल्कि स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता को भी सामने लाती है।









