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    Sunday, May 19, 2024
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      घोर अभावों के बीच यहां कर्मयोद्धा बने हैं चिकित्सक-कर्मी

      नालंदा दर्पण। नोबेल कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने वाले चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी विपरीत हालातों में भी अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहे हैं।

      आज शुक्रवार को यह वाक्य देखने को मिला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कतरीसराय स्वास्थ्य केंद्र में। यहां मूलभूत संसाधनों का घोर अभाव है।

      NLANDA CORONA HELTH 1विदित हो कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने के लिए सुरक्षा उपकरण मास्क सुरक्षा कीट सैनिटाइजर जैसी कई जरूरी सामग्री की कमी है। जबकि रात दिन सभी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी घर द्वार छोड़कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ही  रह रहे हैं।

      किंतु ड्यूटी के उपरांत सुकून से बैठने तथा पानी पीने जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं है। वही भोजन के नाम पर चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी बिस्किट या फल खाकर अपनी दिनचर्या पूरा कर रहे हैं।

      चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर  पिंकी वर्णवाल ने बताया कि आज तक कुल 68 लोगों  की जांच की जा चुकी है। किंतु कोई भी संदिग्ध पाया गया है। जबकि  चिकित्सा दल के 4 टीम जिनमें डॉक्टर निर्मल नरेंद्र डॉक्टर मनोज डॉक्टर संगीता डॉक्टर शुभेंदु शेखर की टीम लगातार गांव में जाकर बाहर से आए  68 लोगों को जांच कर रही है। नए आए लोगों की जांच भी हो रही है।

      वही डॉ ललित कुमार डॉ धीरेंद्र दत्ता तथा डॉ नीतीश कुमार दिन व रात में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले रोगियों का इलाज करते हैं संसाधन तथा विश्रामगृह जैसी मूलभूत सुविधा नहीं रहने से चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

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