अन्य
    Saturday, July 27, 2024
    अन्य

      यदि आप सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना लाभुक हैं तो जरुर कर लें ये काम

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में अलग-अलग छह प्रकार की पेंशन योजनाओं से कुल तीन लाख 56 हजार 906 लाभुकों को प्रति माह राशि मिल रही है। पेंशन राशि लेने वाले सभी लाभुकों को अपने बैंक खाता को आधार सीडिंग कराना जरूरी कर दिया गया है। ताकि पेंशन योजना में फर्जीवाड़ा पर पूरी तरह से लगाम लगाया जा सके।

      गत वर्ष बैंक खाता को आधार सीडिंग करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। वर्तमान में 89 प्रतिशत से अधिक लाभुकों का बैंक खाता आधार सीडिंग का काम हो गया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना अंतर्गत योजनावार पेंशनधारियों को निर्देश जार किया है कि जल्द से जल्द अपने-अपने बैंक खाता को संबंधित बैंक जाकर अपने-अपने आधार नंबर से जुड़वाना सुनिश्चित करें। ऐसा नहीं करने वाले लाभुकों को पेंशन राशि को लेकर अल्टीमेंटम जारी किया गया है।

      सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना पेंशनधारियों की संख्या से अलग-अलग छह प्रकार के पेंशन के कुल तीन लाख 56 हजार 906 लाभुक हैं, जो प्रतिमाह पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं। अब तक इन लाभुकों का डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाता में पेंशन राशि जा रही थी, लेकिन अब जिन बैंक खाता आधार नंबर से जुड़ा नहीं होगा, उनके लिए परेशानी बढ़ जायेगी।

      सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना अंतर्गत बिहार राज्य निः शक्तजन पेंशन, इंदिरा गांधी लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राष्ट्रीय निःशक्तजन पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन और मुख्यमंत्री वृद्धजनपेंशन योजना के कुल तीन लाख 56 हजार 906 लाभुक हैं।

      इसमें सबसे अधिक मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के एक लाख 49 हजार 17 पेंशनधारी हैं और सबसे कम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन के महज 15 हजार 250 लाभुक ही हैं, जो प्रति माह पेंशन राशि का लाभ ले रहे हैं।

      इस संबंध में सामाजिक सुरक्षा कोषांग नालंदा के सहायक निदेशक गायत्री कुमारी ने बताया कि सभी प्रकार के पेंशनधारियों को अपने-अपने बैंक खाता को आधार सीडिंग करवाने के लिए कहा गया है। इसके लिए प्रखंडवार के अधिकारियों को जारूकता कैंप लगाने का भी पूर्व में निर्देश दिया गया था। इसमें काफी लाभुक अपने-अपने बैंक खाता को आधार सीडिंग करावा ये भी है।

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!