नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिला अवस्थित पावापुरी मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने जहाँ एचओडी पर छेड़खानी का आरोप लगा कर जमकर हंगामा किया, वहीं एचओडी का कहना है कि परीक्षा में फेल छात्राएं शिक्षकों पर दबाव बनाने के लिए अनर्गल आरोप लगा रही है। वेशक शिक्षा जगत को शर्मसार करती यह गंभीर मामला एक उच्चस्तरीय जांच का विषय है।
बताया जाता है कि पावापुरी मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने एचओडी पर छेड़खानी का आरोप लगा कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामे की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत करवाने का प्रयास किया।
एचओडी पर कार्रवाई नहीं होने पर जब नालंदा के डीएम बैठक में भाग लेने मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो छात्राओं ने डीएम को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की।
डीएम ने कहा कि निगरानी समिति जांच करेगी। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान एचओडी को उनके कार्यों से दूर रहने का निर्देश दिया गया है।
कहा जाता है कि पावापुरी ओपी पुलिस के द्वारा इस मामले में कोई कारवाई नही करने के बाद दर्जन भर छात्र-छात्राएं महिला थाना पहुंच कर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया।
छात्राओं का आरोप है कि बीते बुधवार की शाम चार चिकित्सकों ने उसे मिलने के लिए बुलाया। एकांत पाकर कहा कि तुम परीक्षा में फेल कर रही हो, पास करना है तो हमको खुश करना होगा। इसके बाद उसके साथ गलत हरकत की।
वहीं पावापुरी मेडिकल कॉलेज के एचओडी का कहना है कि छात्रा परीक्षा में फेल हो गयी है। पास होने के लिए शिक्षकों पर दवाब बनाने के प्रयास में यह आरोप लगाया गया है।
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