नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिला मुख्यालय अवस्थित बिहारशरीफ सदर अस्पताल में अजीबोगरीब कार्रवाई किए जाने की सूचना मिली है।
खबर है कि जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने आज सदर अस्पताल सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और इस दौरान उन्होंने एसएनसीयू, लेबर रूम, ओपीडी, प्रसवपूर्व जाँच केंद्र आदि का रेकार्ड भी देखा।
खबर यह भी है कि विगत 17 जनवरी की रात अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड से हायर सेंटर रेफर नवजात की स्थानीय नीजि क्लिनिक में हुई मौत के मामले में चिन्हित आशाकर्मी पर प्राथमिकी दर्ज करने एवं सुरक्षा गार्ड को बदलने का आदेश दिया है। इस मौके पर उपविकास आयुक्त, सिविल सर्जन, डीपीएम समेत अन्य कई पदाधिकारी भी मौजूद थे।
यदि खबरों की मानें तो बिहारशरीफ सदर अस्पताल में पदास्थापित उस डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जो एसएनसीयू वार्ड का इंचार्य था और उसी के द्वारा नवजात को हायर सेंटर रेफर किया गया था तथा उसी नीजि क्लिनिक में नवजात को ले जाया गया, जहाँ वह प्रायवेट प्रैक्टिश करता है। इस मामले को हर स्तर पर लीपापोती कर दी गई है।
जबकि मृत नवजात के पिता ने मीडिया के सामने दो टूक कहा था कि प्रसुता का प्रसव बड़ा ऑपरेशन से कराया गया था। उसके बाद एसएनसीयू वार्ड के इंचार्य डॉक्टर अंजय कुमार ने नवजात की हालत नाजुक बताकर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। उसके बाद आशाकर्मी ने दबाव डालकर उसी प्रायवेट क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जिसे डॉक्टर अंजय कुमार चलाते हैं और उस क्लिनिक में 52 हजार रुपए वसूले गए, जबकि नवजात की भी मौत हो गई।
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=QAlwXAlmUVc[/embedyt]
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=1qq8b7kJr94[/embedyt]
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=DwMtJarU6XQ[/embedyt]
बिहारशरीफ सदर अस्पताल में डीडीसी की जांच में हुआ बड़ा जघन्य खुलासा
कभी खेतों के सीने को चीरती छुक-छुक गुजरती थी फतुहा-इस्लामपुर छोटी लाइन पर मार्टिन की रेल
नालंदा डीएम ने 23 जनवरी तक के लिए बढ़ाई स्कूलों में छुट्टी
कैदी फरारी मामले 3 होमगार्ड बर्खास्त, कार्रवाई की जद में अन्य कई कर्मी-अफसर