नालंदा दर्पण डेस्क। जिले के नगरनौसा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना समाप्त हो चुकी है। नगरनौसा प्रखंड के सभी पंचायतों के चुनाव परिणाम घोषित हो चुके हैं। चुनाव परिणाम ने सभी को चौंकाया है।
कुछ पंचायतों में वोट खरीदने की परंपरा की प्रधानता चुनाव परिणाम में भी झलक रहीं है। विकास का सब्जबाग दिखाकर वोट हासिल करने वाले भी हारे हैं।
नगरनौसा प्रखंड के भूतहाखार पंचायत पर सबकी नजरें टिकी हुई थी। यहां भी धन-बल पूरी तरह हावी रहा। यहां से निवर्तमान मुखिया ममता देवी अपनी ओर से एक एक खड़ाऊ प्रत्याशी उतारी थी।
नेपथ्य में रहकर उन्होंने अपनी ताकत दिखा दी। उनके द्वारा प्रायोजित उम्मीदवार नीरजा देवी ने अंततः जीत हासिल की। उन्होंने लगभग 218 वोटों से मुखिया पद पर आसीन होने में सफल रही। उन्होंने पूर्व मुखिया डॉ रघुवंश मणि की बहू वीणा कुमारी को हराया।
नगरनौसा के अरियावां पंचायत के वर्तमान मुखिया को शिकस्त का सामना करना पड़ा है। जनता ने इन्हें बिल्कुल नकार दिया। वर्तमान मुखिया अनिल कुमार को रूदल यादव ने पटखनी दे दी है। खजूरा पंचायत में धनबल हावी रहा।
वर्तमान मुखिया महेंद्र प्रसाद ने अपने निकटतम प्रत्याशी धनंजय सिंह को मामूली अंतर से हराने में सफल रहे। धनंजय सिंह की जीत की अटकलें लग रहीं थीं। लेकिन मतदान के कुछ घंटे पहले धनबल का असर मतदाताओं पर हावी रहा।
वहीं दामोदर पुर बल्धा पंचायत में भी बड़ा उलटफेर हुआ है। यहां से निर्वतमान मुखिया रंजू देवी अपनी सीट नहीं बचा सकेगी। यहां से ललिता देवी ने अन्नया राज को हराकर जीत हासिल की है।
वहीं कछियावां पंचायत में जनता ने फिर से निवर्तमान मुखिया पर भरोसा जताया है। उषा देवी फिर से मुखिया बनने में कामयाब रहीं है।
वहीं नगरनौसा पंचायत में भी उल्टफेर देखने को मिला है। यहां भी धन बल का भूत मतदाताओं पर सिर चढ़ कर बोला। यहां से गैस एजेंसी के संचालक की पत्नी पूनम कुमारी ने जीत हासिल की है। उन्होंने राजपतिया देवी को हराया।
नगरनौसा प्रखंड के कैला पंचायत जो विकास कार्यों के लिए सबसे ज्यादा चर्चित रहा। यहां की जनता को विकास का सब्जबाग जनता को पसंद नहीं आया।
हालांकि निवर्तमान मुखिया अरूण कुमार के बारे में कहा जाता है कि वे हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह के काफी करीबी उम्मीदवार थे। फिर भी उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा।
गोरायपुर पंचायत से पुष्पा कुमारी मुखिया पद पर जीत हासिल करने में कामयाब रही। रामपुर पंचायत से वर्तमान मुखिया डेग्गन गोप को फिर जीत मिली है।
पांच साल के लिए चुने गए मुखिया अब जनता के भाग्य निर्माता हैं। गांव में न्याय की उम्मीद बांधे लोगों पर पंचायत के मुखिया से काफी उम्मीदें हैं।
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