Baby Feeding Room: राजगीर रोपवे परिसर में मातृ-शिशु कल्याण की अनूठी पहल
राजगीर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ के रोपवे, विश्व शांति स्तूप और अन्य पर्यटक स्थल हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। बेबी फीडिंग रूम की स्थापना से राजगीर का पर्यटन और भी समावेशी और परिवार अनुकूल बन गया है।

राजगीर (नालंदा दर्पण)। राजगीर रोपवे परिसर अवस्थित इंटीग्रेटेड बिल्डिंग में पहली बार एक अत्याधुनिक बेबी फीडिंग रूम (Baby Feeding Room) की स्थापना की गई है।
इस सुविधा का उद्घाटन नालंदा वन प्रमंडल बिहारशरीफ सहायक वन संरक्षक सत्यम कुमार द्वारा किया गया। यह सुविधा हिमालया बेबी केयर के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पहल के तहत स्थापित की गई है, जो माताओं और शिशुओं के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
उद्घाटन समारोह के दौरान सत्यम कुमार ने कहा कि यह बेबी फीडिंग रूम विशेष रूप से उन महिला पर्यटकों और माताओं के लिए बनाया गया है जो अपने परिवार के साथ राजगीर घूमने आती हैं। यह सुविधा उन्हें एक सुरक्षित, स्वच्छ और गोपनीय स्थान प्रदान करेगी, जहां वे अपने शिशुओं को स्तनपान करा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि राजगीर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां प्रतिदिन हजारों पर्यटक विशेषकर महिलाएं अपने परिवार के साथ आती हैं। इस तरह की सुविधा उनके लिए न केवल सुविधाजनक होगी, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण और शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगे बताया कि यह बेबी फीडिंग रूम आधुनिक सुविधाओं से युक्त है और इसे विशेष रूप से महिलाओं की गोपनीयता और सम्मान को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। इसमें स्वच्छता, आरामदायक बैठने की व्यवस्था और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए उचित इंतजाम किए गए हैं।
आगे बताया कि इस सुविधा का डिज़ाइन इस तरह किया गया है कि यह माताओं को एक तनावमुक्त और आरामदायक अनुभव प्रदान करे। यह पहल न केवल माताओं के लिए सुविधा प्रदान करेगी, बल्कि समाज में स्तनपान के महत्व और मातृ-शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा देगी।
सत्यम कुमार ने इस अवसर पर यह भी संकेत दिया कि भविष्य में बिहार के अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी इस तरह की सुविधाओं का विस्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पर्यटक स्थलों पर आने वाली माताओं को ऐसी सुविधाएं मिलें, जो उनकी यात्रा को और सुखद बनाएं।
इस शुभारंभ के अवसर पर वनों के क्षेत्र पदाधिकारी ऋषिकेश कुमार, वनपाल रोहित कुमार सहित कई अन्य वनकर्मी और स्थानीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल की सराहना की और इसे पर्यटन और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।









